नई दिल्ली। जिस बजट पर आज पूरे देश की नज़र थी उसे आज संसद में पेश किया जा रहा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राष्ट्रपति की अनुमति लेने के बाद इसे संसद में पेश किया। निर्मला सीतारमण ने बजट पेश करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में हम जोश के साथ देश की सेवा कर रहे हैं। देश को हमारी आर्थिक नीति पर पूरा भरोसा है। सरकार ने ज्यादा से ज्यादा रोजगार देने का संकल्प लिया है। ये बजट इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करने का बजट है। सरकार ने समुचित विकास के लिए काम किया है। जीएसटी एक ऐतिहासिक कदम रहा है।’’ इस दौरान निर्मला सीतारमण ने पूर्व वित्त मंत्री अरूण जेटली को श्रद्धांजलि भी दी।
अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमण ने कहा कि जीएसटी को बनाने वाले आज हमारे साथ नहीं हैं, मैं अरुण जेटली जी को श्रद्धांजलि देती हूं। देश के लोगों की सेवा के लिए हमारी सरकार ने एक देश एक टैक्स कानून लागू करने का फैसला लिया। जीएसटी का कलेक्शन लगातार बढ़ रहा है और हाल ही में इसने 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया है। जीएसटी काउंसिल की ओर से लोगों की समस्याओं को सुना जा रहा है। एक पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा था कि सरकार के द्वारा भेजा गया पैसा गरीबों तक नहीं पहुंचता है, लेकिन हमारे प्रधानमंत्री ने इस दुविधा को दूर किया। अब लोगों के खाते में सीधे पैसे जाते हैं।
वित्त मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि हमारी सरकार सबका साथ, सबका विकास और सबका विश्वास की नीति पर आगे बढ़ रही है। भारत आज दुनिया में बढ़ती हुई अर्थव्यवस्थाओं की अगुवाई क रहा है। 2014 से 2019 के बीच मोदी सरकार की नीतियों की वजह से 284 बिलियन डॉलर की FDI आई, जिसने कारोबार को बढ़ाया।केंद्र सरकार का ऋण घटकर अब 48।7 फीसदी पर आ गया है। इस बजट में तीन बिंदुओं पर फोकस किया जा रहा है, इनमें उम्मीदों का भारत, इकोनॉमिक डेवलेपमेंट और केयरिंग समाज को शामिल किया जा रहा है।