नई दिल्ली। चीन के वुहान शहर से शुरू हुए कोरोना वायरस भारत में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। यहाँ अब कोरोना पीड़ितों की संख्या बढ़कर 928 हो गई है। पीएम मोदी द्वारा किए गए लॉक डाउन के बाद भी कोरोना पीड़ितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अगर लॉकडाउन के बाद भी कोरोना पर लगाम नहीं लगती है तो पीएम मोदी ये 3 कदम उठा सकते हैं।
कोरोना वायरस की फ्री में जांच- निशुल्क जांच कराने के लिए सरकार तत्काल कार्रवाई कर सकती है। डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि भारत वायरस को तभी नियंत्रित कर सकता है जब वह कोरोना वायरस से संक्रमित व्यक्तियों की जांच करे। ऐसी स्थिति में, भारत सरकार संक्रमित लोगों की जाँच के लिए कोरोना टेस्ट को मुफ्त कर सकती है। वर्तमान में कोरोना टेस्ट की कीमत 3500 रुपये से 5000 रुपये है।
लॉक डाउन समय में हो सकती है वृद्धि- लॉक-डाउन के बाद, कोरोना वायरस के सकारात्मक मामले लगातार रिपोर्ट किए जा रहे हैं। भारत में कोरोना के कारण 13 मौतें और 650 से अधिक मरीज हो चुके हैं। ऐसे में सरकार लॉक डाउन के समय को बढ़ा सकती है।
संक्रमित व्यक्तियों का पता लगाना- WHO ने पहले ही भारत को चेतावनी दी है कि केवल कोरोना को लॉक डाउन से नहीं हराया जा सकता है। भारत को कोरोना से संक्रमित लोगों को खोजना होगा और उन्हें जनता से अलग करना होगा। ऐसी स्थिति में, सरकार संक्रमित व्यक्तियों को खोजने के लिए एक अभियान शुरू कर सकती है।