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कोरोना संकट के बीच बोले RSS प्रमुख मोहन भागवत, हम हर जरूरतमंद की मदद करेंगे

नागपुर। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कोरोना जैसी महामारी के बीच देशवासियों को यू-ट्यूब और फेसबुक के माध्यम से संबोधित किया। मोहन भागवत ने कहा कि कोरोना जैसी महामारी से हम सबको मिलकर लड़ना होगा। इसके लिए संघ कार्यकर्ता मदद को तैयार हैं। मोहन भागवत ने कहा कि हम मनुष्य में भेद नहीं करते हैं। हमारी कोशिश है कि जरूरतमंदों तक मदद पहुंचे। प्रेम पर अपने पन के साथ काम करना होगा। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी नई है, कहर मचाया है लेकिन उससे डरने की जरूरत नहीं है। ठंडे दिमाग से योजना बनानी होगी कि क्या क्या करना है। भय से दूर होकर सुनियोजित प्रयास करना है।

कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच मोहन भागवत ने कहा कि सभी लोगों को घर में रहकर ही जंग जीतनी है। साथ ही उन्होंने कहा है घर में रहकर लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। उन्होंने कहा कि घर में रहें और ईश्वर से प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि कुछ लोग क्वारन टीन होने के डर से भाग रहे हैं। जबकि इससे डरने की बिल्कुल भी जरूरत नहीं है। हमें सरकार का सहयोग करना चाहिए। तभी इस महामारी पर रोक लगेगी।

मोहन भागवत ने कहा कि कार्यक्रम करना अपना कार्य है, कार्य अपना कार्यक्रम है। सेवा का काम आज बदल गया है। सब काम देख रहे हैं और हौसला बढ़ा रहे हैं। इस वक्त घर में ही रहकर प्रार्थना करें।अभी सबको घर में ही रहना होगा। सारी दुनिया कोरोना से जूझ रही है लेकिन लॉकडाउन में भी जीवन चल रहा है।

उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में संघ ने अपने कई कार्यक्रम भी रद्द कर दिए हैं। ऐसी स्थिति के बीच सेवा में हम लोगों की निरंतर लगना है। हम अपना डंका बजाने के लिए काम नहीं करते, हम अपने देश और समाज के लिए काम करते हैं। उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी से डरने से काम नहीं चलेगा, ठंडे दिमाग से कोरोना से बचने का प्रयास करें।

मोहन भगवत ने अपने संबोधन में इशारों ही इशारों में तबलीगी जमात को लेकर भी बात की। उन्होंने कहा कि अगर कोई डर से उल्टा सीधा कर देता है तो सारे समूह को उसमे लपेटकर दूरी बनाना ठीक नहीं है। मोहन भागवत ने कहा कि भड़काने वालों की कमी नहीं है और इसका लाभ लेने वाली ताकतें भी हैं। जिस तरह कोरोना का फैलाव अपने देश में हुआ है उसकी एक वजह यह भी है।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH