इरोड। तमिलनाडु के इरोड जिले से एक हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां एक दृष्टिबाधित पति-पत्नी चार साल पहले हुई नोटबंदी का पता अब जाकर लगा है। दरअसल ये पति-पति 24000 रु लेकर बैंक पहुंचे जिनमें सभी नोट चलन से बाहर हो चुके 500 और 1000 के थे। बैंक के कर्मचारी ने जब ये नोट देखे तो मैनेजर को सूचना दी। बैंक मैनेजर ने दृष्टिबाधित पति-पत्नी को बताया कि ये नोट चार साल पहले ही बंद हो चुके हैं।
सुदूर पोठिया मूपानूर गांव के निवासी सोमू ने दावा किया कि उन्हें नवंबर 2016 में हुई नोटबंदी के बारे में शुक्रवार को पता चला जब वह अपनी और अपनी पत्नी पलानीअम्मल की बचत की रकम बैंक में जमा कराने गए। उन्होंने शनिवार को पत्रकारों से कहा कि कोविड-19 के चलते बीते चार महीने से कोई कमाई नहीं हो पा रही थी, तो उन्होंने अपनी निरक्षर मां के पास रखी अपनी बचत निकाली।
सोमू इस राशि को जमा कराने बैंक ले गए, जहां अधिकारियों ने उन्हें बताया कि ये नोट काफी पहले बंद हो चुके हैं। सोमू ने कहा कि हम तीनों लोगों को पता ही नहीं था कि 1,000 और 500 के ये नोट बंद हो चुके हैं। सोमू ने कहा कि उन्होंने तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के पलनीस्वामी को ज्ञापन भेजकर उनसे मदद का अनुरोध किया है। पुलिस ने इस मामले की जांच करने की बात कही है।
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