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अमरकंटक में खनन पर रोक लगेगी : शिवराज

Shivraj-Singh-Chouhan

डिंडौरी। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा है कि नर्मदा के उदगम स्थल अमरकंटक के आसपास के क्षेत्र में खनन पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाया जाएगा। इसके लिए भारत शासन को पत्र भी लिखा जाएगा। इससे नर्मदा नदी प्रदूषणमुक्त हो सकेगी और प्रवाह प्रबल होगा। नमामि देवी नर्मदे सेवा यात्रा के दूसरे दिन सोमवार को अरंडी आश्रम से रवाना होकर करंजिया पहुंचे मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, इंसान ने अपने स्वार्थ के कारण जंगल काट डाले और धरती का सीना चीरकर तमाम खनिज निकाले और उसमें गंदा पानी छोडक़र उसे प्रदूषित किया।
उन्होंने कहा, नर्मदा मध्यप्रदेश की जीवनदायिनी है, जिसने हमें सिंचाई के लिए पानी और बिजली की सौगात दी है। इसलिए हम सबका परम कत्र्तव्य बनता है कि हम नर्मदा को स्वच्छ और उसके प्रवाह को प्रबल करने के लिए भरपूर सहयोग करें। यह यात्रा इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निकाली गई है।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, मां नर्मदा नदी के प्रवाह को प्रबल बनाने के लिए जंगलों की खाली जमीन में सघन पौधरोपण किया जाएगा। साथ ही दोनों तटों के किसानों की जमीन पर पौधे लगाने के लिए किसानों को 20 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर तीन वर्ष तक अनुदान तथा पौधरोपण की लागत में 40 प्रतिशत की सहायता दी जाएगी। नदी के किनारे पडऩे वाले हर गांव में शौचालय बनाने के लिए 12-12 हजार रुपये का अनुदान दिया जाएगा, साथ ही नर्मदा के घाटों पर वस्त्र बदलने के लिए चेंजिंग रूम भी बनाए जाएंगे। वहीं करंजिया निवासी यासीन खान ने यात्रा में शामिल लोगों के लिउ भंडारा आयोजित कर सद्भाव की मिसाल पेश की।
इससे पहले मुख्यमंत्री चौहान ने नर्मदा की पूजा-अर्चना कर नाव में बैठक पाठ किया। उन्होंने यात्रियों के साथ नर्मदा नदी के तट पर यात्रा की और नर्मदा सेवा यात्रा जारी रखने वाले यात्रियों के समूह को यात्रा का ध्वज सौंपा। कबीर सरोवर के किनारे रात्रि विश्राम के बाद वे सोमवार सुबह घाट पर स्थित संतों के आश्रम गए और पूजा की।
इस मौके पर चौहान ने कहा, नदियां मानव समाज की जीवनदायिनी है, इसलिए नदियों की रक्षा के लिए समाज को भी आगे आना होगा। नर्मदा नदी को प्रदूषण से मुक्त रखने का अभियान सही अर्थो में प्रकृति और मनुष्य को बचाने का अभियान है। उन्होंने नागरिकों से अपील की है कि वे नर्मदा नदी की सेवा का संकल्प लें और शुद्ध मन के साथ नर्मदा सेवा यात्रा में भाग लें।
मुख्यमंत्री ने कहा, मनुष्य ने अपने स्वार्थ के कारण प्रकृति का नुकसान किया है। आने वाली पीढिय़ों का जीवन खतरे में है। प्रदूषण के कारण मानव समाज संकट में है। और लगातार विनाश की ओर बढ़ रही है।

उन्होंने कहा, अब जागने का समय आ गया है। प्रकृति को हरियाली से संवारने का समय है। मुख्यमंत्री ने ज्यादा से ज्यादा पौधरोपण करने और उनकी रक्षा करने की अपील की। यात्रा में नर्मदा तटों के आस-पास के गांवों के लोग शामिल हुए।

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Dileep Kumar
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