नई दिल्ली। एलएसी पर भारत-चीन के बीच टेंशन कम होने का नाम नहीं ले रही है। 45 साल बाद एक बार फिर दोनों ओर से गोली चली है। हालांकि दोनों देशों की सेनाओं ने एक-दूसरे को डराने-धमकाने के लिए हवाई फायरिंग की है। इसमें किसी को निशाना नहीं बनाया गया है।
इसे लेकर चीन ने एक बयान जारी कर कहा है, भारतीय सेना ने चीनी सीमा के गश्ती दल के सैनिकों को धमकी देने के लिए फायरिंग की, जिसने चीनी सीमा रक्षकों को जमीन पर अपनी स्थिति स्थिर रखने के लिए जवाबी कार्रवाई करने पर मजबूर किया।
चीन ने आगे कहा, भारत की कार्रवाई ने चीन और भारत के बीच प्रासंगिक समझौतों का गंभीरता से उल्लंघन किया है। उसने दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ाया है और गलतफहमी पैदा कर दी है। बयान में कहा गया है कि यह गंभीर सैन्य उकसाव और गलत बर्ताव है।
चीनी पीपुल्स लिबरेशन के वेस्टर्न थिएटर कमांड के कर्नल झांग शुइली ने कहा, हम भारतीय पक्ष से आग्रह करते हैं कि वे ऐसे खतरनाक काम को तुरंत रोकें, क्रॉस-लाइन कर्मियों को हटाएं, अग्रिम पंक्ति के सैनिकों को कड़ाई से शांत रहने के लिए कहें और जिन लोगों ने फायरिंग की उन्हें दंडित करें, ताकि सुनिश्चित हो कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी। वहीँ, भारतीय सेना के सूत्रों ने कहा कि चीन ने हमारे गश्ती दल को डराने के लिए हवा में गोलीबारी करने का सहारा लिया।
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