नई दिल्ली। सीएम योगी ने बीते दिनों हाथरस गैंगरेप मामले की सीबीआई जांच कराने का फैसला लिया था। अब सीबीआई ने ये केस अपने हाथों में ले लिया है। अब तक हाथरस में बिटिया के साथ हुई हैवानियत की जांच योगी सरकार की बनाई गई एसआईटी कर रही थी। मगर अब एसआईटी से जांच का जिम्मा सीबीआई ने ले लिया है। अब सीबीआई इस मामले में जल्द ही एफआईआर दर्ज करेगी। सीबीआई की ग़ाज़ियाबाद यूनिट इस मामले की जांच कर सकती है।
बात दें कि 3 अक्टूबर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हाथरस केस की जांच सीबीआई से कराए जाने के आदेश दिए थे। योगी सरकार के इस आदेश के बाद गैंगरेप पीड़िता की भाभी ने कहा था कि हम सीबीआई जांच नहीं चाहते हैं। केस की न्यायिक जांच होनी चाहिए। हम जज की निगरानी में जांच चाहते हैं। हाल ही कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी पीड़िता के परिवार से मुलाकात की थी। हाथरस केस में एक के बाद एक कई मोड़ सामने आ रहे हैं। पहले पीड़िता के भाई के फोन और आरोपी संदीप के बीच आई कॉल डिटेल्स ने सुरक्षा एजेंसियों को चौंका दिया था। वहीँ इसके बाद घटना वाले दिन का एक वीडियो सामने आया था।
दरअसल, घटना वाले दिन सूचना मिलते ही पुलिस तत्काल मौका ए वारदात पर पहुंची थी। पुलिस को वहां 4 हसिया मिली थी, जिसके बाद यह माना जा रहा है कि वहां पर घटना के समय चार व्यक्ति वहां मौजूद थे। इसके साथ ही जिस जगह पर लड़की के साथ दरिंदगी हुई, उस जगह से पीड़ित की मां सिर्फ 3 मीटर की दूरी पर थी। ऐसे में अगर कोई जरा सी भी आवाज लगाए आवाज पीड़ित की मां तक पहुंच जाएगी। वीडियो में यह भी सवाल उठाए जा रहे हैं कि अगर आरोपियों ने गैंगरेप के बाद युवती से मारपीट की तो उसकी मां को कैसे ये बात पता नहीं चली। और अगर उसे ये सब पता था तो उसने आवाज़ देकर मदद के लिए गुहार क्यों नहीं लगाई।