नई दिल्ली। हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर भाभी बनकर रह रही प्रोफेसर डॉक्टर राजकुमारी बंसल नक्सली होने का आरोप लगने के बाद मीडिया के सामने आई हैं। बंसल जबलपुर मेडिकल कॉलेज की सहायक प्रोफेसर हैं। उन्होंने कहा कि मेरा पीड़ित परिवार से कोई रिश्ता नहीं है। मैं केवल इंसानियत के नाते हाथरस पीड़ित के घर गई थी। एसआईटी की जांच पर सवाल खड़ा करते हुए राजकुमारी बंसल ने कहा कि किसी को भी लेकर बोलना और आरोप लगाना बहुत आसान होता है। एसआईटी की जांच पर महिला ने कहा कि इसका पहले सबूत पेश करें।
राजकुमारी बंसल ने कहा, मुझे लगा कि मेरे नंबर के साथ टेंपरिंग की जा रही है। मैने फौरन साइबर पुलिस में रिपोर्ट की है। यह मेरे मान-सम्मान की बात है। कैसे मुझे नक्सली कहा गया। मैं तो वहां पर पीड़िता की फॉरेंसिक रिपोर्ट देखने गई थी। उस विषय की मैं एक्सपर्ट हूं। मैंने भाभी बनकर कभी कोई भी इंटरव्यू नहीं दिया। मैं बेटी हूं।
बता दें कि एक राजकुमारी बंसल हाथरस गैंगरेप पीड़िता के घर पर भाभी बनकर रह रही थी। मीडिया के सवालों के जवाब भी वही दे रही थी। घरवालों को वही समझा रही थी किस मीडिया वाले से बात करनी है और किस से नहीं। एसआईटी की जांच में सामने आया है कि 16 सितंबर से लेकर 22 सितंबर तक पीड़िता के घर में रहकर नक्सली महिला बड़ी साजिश रच रही थी। इससे पहले पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि इस केस से जुड़े फंडिंग मामले में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और भीम आर्मी के लिंक भी मिले हैं।
हाथरस कांड की जांच कर रही एसआईटी के सूत्र बताते हैं कि महिला घूंघट ओढ़कर पुलिस और एसआईटी से बातचीत कर रही थी। वहीं घटना के 2 दिन बाद से ही संदिग्ध महिला पीड़िता के गांव पहुंच गई थी। आरोप है कि पीड़िता के ही घर में रहकर वह परिवार के लोगों को कथित रूप से भड़का रही थी। पीड़िता की भाभी बनकर रहने वाली महिला की कॉल डिटेल्स में कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आए हैं।