बागपत। उत्तर प्रदेश के बागपत में दाढ़ी रखने के चलते एसपी अभिषेक सिंह द्वारा निलंबित किए गए सब-इंस्पेक्टर इंतेसर अली के समर्थन में अब दारुल उलूम देवबंद के मौलवी खड़े हो गए हैं। एसपी अभिषेक सिंह ने इंतेसर अली को कई बार अपनी दाढ़ी कटवा लेने की चेतावनी दी थी लेकिन इसके बाद भी वो नहीं माने। इसके बाद एसपी ने उन्हें निलंबित कर दिया।
अभिषेक सिंह ने कहा कि पुलिस मैनुअल के अनुसार, केवल सिखों को दाढ़ी रखने की अनुमति है, जबकि अन्य सभी पुलिसकर्मियों को बिना दाढ़ी के रहना होगा। एसपी ने कहा, अगर कोई पुलिसकर्मी दाढ़ी रखना चाहता है, तो उसे उसी की अनुमति लेनी होती है। इंतेसर अली से बार-बार अनुमति लेने के लिए कहा गया था, लेकिन उन्होंने इसका अनुपालन नहीं किया और बिना अनुमति के दाढ़ी रखनी जारी रखी।
उधर, एसपी के इस फैसले के खिलाफ दारुल उलूम देवबंद के मौलवियों ने कार्रवाई की मांग की है। इत्तेहाद उलेमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना कारी मुस्तफा देहलवी ने कहा कि पूर्वाग्रह के आधार पर कार्रवाई की गई है और इसकी निंदा की जानी चाहिए। उन्होंने मांग की है कि सरकार एसपी के खिलाफ कार्रवाई करे।
कुछ अन्य मौलवियों, जिन्होंने नाम न जाहिर की शर्त पर बात की, इन मौलवियों ने भी कहा कि यह कार्रवाई धार्मिक प्रतिशोध का परिणाम है। बागपत में तैनात सब-इंस्पेक्टर को या तो अपनी दाढ़ी को शेव करने या फिर अपेक्षित अनुमति लेने के लिए कहा गया था क्योंकि पुलिस मैनुअल में सिखों को छोड़कर किसी भी जवान को दाढ़ी रखने की अनुमति नहीं है।