हैदराबाद| तेलंगाना के मुख्यमंत्री के.चंद्रशेखर राव ने पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारे गए कुख्यात अपराधी नईम से संबंधित मामले की सीबीआई (केंद्रीय जांच ब्यूरो) से जांच करने की विपक्ष की मांग सोमवार को खारिज कर दी।
नईम के कथित तौर पर शीर्ष राजनीतिज्ञों तथा पुलिस अधिकारियों से संबंध थे। राव ने राज्य विधानसभा को भरोसा दिलाया कि नईम के साथ गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने वाले किसी भी शख्स को नहीं बख्शा जाएगा, चाहे वे किसी भी पद पर या किसी भी पार्टी से हो।
विशेष जांच दल (एसआईटी) के काम को सक्षम व निष्पक्ष बताते हुए राव ने कहा कि मामले को सीबीआई के सुपुर्द करने की कोई जरूरत नहीं है।
अपराधी नईम हैदराबाद के निकट शादनगर कस्बे में आठ अगस्त को कथित तौर पर पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया था। उसके पास से एक एके-47 राइफल, नौ एमएम की एक पिस्टल तथा विस्फोटक बरामद हुए थे। वह पहले एक नक्सली संगठन से जुड़ा था और बाद में कुख्यात अपराधी बन गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बीते ढाई वर्षो में नईम के गिरोह ने तेलंगाना में कई संगीन वारदातों को अंजाम दिया और पिछली सरकार के कार्यकाल में बेरोकटोक अपनी गतिविधियों को अंजाम दे रहा था।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के गठन के तत्काल बाद ही नईम गिरोह की गतिविधियों पर कठोर कार्रवाई करने का फैसला लिया गया।
डर के साये में जी रहे लोगों को नईम के मारे जाने के बाद राहत मिली और उसके पीड़ित शिकायत दर्ज कराने सामने आए। पुलिस ने 174 मामले दर्ज किए हैं। पुलिस 741 गवाहों से पूछताछ कर चुकी है और 124 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने कहा कि हत्या के 27 मामलों में गिरोह की संलिप्तता सामने आई है और हत्या के 25 अन्य मामलों में संदिग्ध है।