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काशी के इस मठ में हैं लाखों-करोड़ों शिवलिंग, रोचक है वजह

वाराणसी। काशी में एक ऐसी अनोखी जगह है जहां लाखों शिवलिंग स्थापित हैं। काशी का जंगमबाड़ी मठ एक अलग पंरपरा से जुड़ा हुआ है। यहां कि खासियत यह है कि यहां लोग अपने मृत परिजनों के मोक्ष के लिए दक्षिण भारत, महाराष्ट्र, उड़ीसा, तमिलनाडु समेत देश विदेश से आकर शिवलिंग स्थापित करते हैं.सैकड़ों वर्षों से मठ के इतिहास में परंपरागत परंपरा चली आ रही है। प्रधानमंत्री मोदी भी यहां आ चुके हैं। साथ बीएस येदियुरप्पा, मुख्यमंत्री योगी भी आ चुके हैं।

मान्यता यह है कि वीरशैव परंपरा से जुड़े भक्त जंगमबाड़ी मठ आते हैं.इसका इतिहास अनादिकाल का है. सबसे खास बात यह है कि शिवरात्रि के पहले लोग यहां हजारों की मात्रा में आते हैं. मृत परिजनों के मोक्ष के लिए लोग विधिवत मंत्रोच्चार संग पूजन कर शिवलिंग की स्थापना करते है. सैकड़ों वर्षों से मठ के इतिहास में परंपरागत परंपरा चली आ रही है.आपकी जानकारी के लिए बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी यहां आ चुके हैं, साथ बीएस येदियुरप्पा, मुख्यमंत्री योगी भी आ चुके हैं. सबसे रोचक बात यह है कि यहां आने वाले हर व्यक्ति को यही लगता है कि इतनी ज्यादा संख्या में शिवलिंग एक ही जगह पर हैं, ऐसा नजारा कहीं और नहीं देखा जा सकता।

यहां इतने सारे शिवलिंग होने की वजह है कि इस मठ के अनुयायियों की आकस्मिक अथवा अकाल मृत्यु की स्थिति में उनकी आत्मा की शांति हेतु शिवलिंग दान किए जाते हैं. दिवंगत आत्मा की शांति के लिए पिंडदान के स्थान पर विधि-विधान से शिवलिंग दान किया जाता है. सैकड़ों वर्षों से चली आ रही इस विचित्र परंपरा के चलते एक ही छत के नीचे 10 लाख से भी अधिक शिवलिंग स्थापित हो चुके हैं. हर साल यहां शिवलिंग की स्थापना के लिए लाखों लोग आते हैं.

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH