नई दिल्ली। पुराने नोटों को नए नोटों में बदलने के आरोप में गिरफ्तार कोलकाता के कारोबारी पारसमल लोढ़ा के पास से प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) को मिले फोन में कालाधन से जुडे़ कई राज छिपे हैं, जिसमें उन राजनीतिक हस्तियों के नाम भी शामिल हैं जिनके कालेधन को सफेद किया गया है।
लोढ़ा को खनन माफिया शेखर रेड्डी और दिल्ली के वकील रोहित टंडन के नोटों को बदलने के आरोप में कल गिरफ्तार किया गया था।
एक अंग्रेजी समाचार पत्र में छपी खबर के अनुसार, सूत्रों का कहना है कि पारसमल लोढ़ा के ‘डिजिटल डायरी’ (फोन्स) से यह बात सामने आई है कि वह राजनीति से जुड़ी कई हस्तियों को अपनी सेवाएं देता था।
सूत्रों का कहना है कि उसके व्हाट्सएप चैट्स से मालूम होता है कि पारसमल 20 से 25 फीसदी के रेट पर पुराने नोटों को नए नोटों में बदलता था।
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में जब रोहित टंडन की लॉ फर्म पर छापा पड़ा तो पारसमल ने अपने दो मोबाइल फोन से काफी डाटा डिलिट कर दिया था लेकिन ईडी ने विशेषज्ञों की मदद से वे डाटा हासिल कर लिए हैं।
सूत्रों का कहना है कि लोढ़ा ने ईडी को बताया है कि हाल ही में उसने एक वकील और एक बड़े नेता के बेटे को नई दिल्ली के जोर बाग में मकान खरीदने में मदद की थी। वह नकदी के हस्तांतरण में एक माध्यम था।
सूत्र पारसमल लोढ़ा की गिरफ्तारी को बहुत बड़ी कामयाबी बता रहे हैं। उनको उम्मीद है कि इसकी मदद से देशभर में उन लोगों के नेटवर्क का पता चलेगा जो आठ नवंबर को नोटबंदी के फैसले के बाद से पैदा हुए हालात का फायदा उठाए हैं।
गौरतलब है कि आयकर विभाग ने कुछ दिनों पहले शेखर रेड्डी के ठिकानों पर छापेमारी की थी। इसके बाद रेड्डी के ठिकानों से 130 करोड़ नकद (34 करोड़ के नए नोट) और 177 किलो सोना बरामद किया गया।
आयकर विभाग के अधिकारियों ने विशेष सूचना मिलने के बाद शेखर रेड्डी और श्रीनिवासुलु रेड्डी के कार्यालय और आवास परिसर पर छापा मारा था।
सीबीआई ने कालाधन बरामदगी के मामले में शेखर रेड्डी को बुधवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस ने रेड्डी को विशेष अदालत में पेश किया जहां कोर्ट ने तीन जनवरी तक सीबीआई हिरासत में भेज दिया। शेखर रेड्डी को लोग बालू माफिया के नाम से भी जानते हैं जिनकी गिनती तमिलनाडु के काफी असरदार लोगों में होती है।