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वेस्ट मैटेरियल को शानदार कलाकृति में बदल देती है आरती श्रीवास्तव

मंजिल उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है। पंख से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। ये पंक्तियां बताती हैं कि अगर आपके अंदर अपने शौक के लिए जुनून है तो कोई भी बाधा या कमजोरी उसे पूरा करने से रोक नहीं सकती। इन लाइनों को सच कर दिखाया है आरती श्रीवास्तव ने।

आस-पास की जिन चीजों को लोग खराब समझकर फेंक देते हैं, आरती ने उसी वेस्ट मैटेरियल का इस्तेमाल कर शानदार कलाकृति में बदल देती है। आरती को हमेशा से कला और शिल्पकारी में दिलचस्पी थी।

जब वह छोटी थी तो स्कूल के कार्यक्रमों और प्रतियोगिता में भाग लेती थी। अपनी दिलचस्पी के साथ ही उसने पाया कि उसके पास फैंसी वस्तुओं की कमी थी लेकिन उसने इसका रास्ता निकाला। उसने ऐसी चीजों की तलाश शुरू की जो बेकार समझी जाती थी। उसने विचार किया कि वह इन चीजों को रिसाइकल करके इसे फिर से इस्तेमाल लायक बना सकती है।

आरती श्रीवास्तव भारत के साथ दुनिया के तमाम लोगों के बीच फेमस हो चुकी हैं। शुरुआत में आरती प्लास्टिक और गैर-बायोडिग्रेडेबल वस्तुओं के उपयोग को रिसाइकिल कर खूबसूरत चीजों में बदल देती हैं। उनकी क्रिएटिविट लोगों के लिए प्रेरणा है। आरती के 63 लाख फॉलोवर हैं।

बचपन से कुछ अलग करने की रुचि (Story of josh content creator Aarti Srivastava) आरती बचपन से होनहार थीं। हालांकि उनके पास फैंसी चीजों की कमी थी। ऐसे में कम उम्र में ही वो अपने खेलने के लिए कुछ अलग तरीके का प्रयोग करती रहती थीं।

इसी वजह से उनके अंदर रिसर्च के प्रति रुच पैदा हुई। टूटी- फूटी चीजों को जोड़कर कुछ नया बनाने की रुचि से धीरे- धीरे रीसाइकिलिंग की तरफ कदम बढ़ाया। आरती का कला और शिल्प से लगाव था। स्कूल के प्रतियोगी कार्यक्रमों में उन्होंन बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

आरती अपना ही नहीं अपने भाईयों को प्रोजेक्ट को भी पूरा कर देती थीं। वह चाहती थी कि दुनिया को पता चले कि कैसे घर पर हर वस्तु जिसे हम बेकार समझते थे, उसे शानदार कलाकृतियों में पुनर्नवीनीकरण किया जा सकता है।

चुनौतियों को नहीं होने दिया हावी आरती के पास शुरुआत में संसाधनों की कमी थी। उसके पास वीडियो रिकॉर्ड करने के लिए एक अच्छा फोन नहीं था ताकि वो अपनी तकनीकी का प्रदर्शन कर सके। कचरे को रीसायकल करने के तरीके को वो विश्व स्तर पर फैला सकें। तमाम चुनौतियों के बावजूद उनके परिवार ने हमेशा उनके काम का समर्थन किया। बाद में उन्हें अपने चचेरे भाई से गिफ्ट में एक फोन मिला और उन्होंने वीडियो बनाना शुरू किया।

आरती के अंदर कुछ करने जज्बा था। ऐसे में जोश ने उन्हें एक नई दिशा दिखाई। उसके काम को जोश ने स्वीकार किया। जिसके बाद उन्हें आर्थिक लाभ भी मिलना शुरू हो गया। जोश के माध्यम से उनकी तकनीकी को आरती ने अधिक से अधिक लोगों को तक पहुंचाने में सफलता हासिल की।

और अब जोश ने उन्हें “Popular Creator” के रूप में चुना गया और कई प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका दिया गया। उनमें से एक जेसीएल प्रतियोगिता (JCL competition) थी, जहां आरती ने एक फोन जीता।

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BRIJESH SINGH
the authorBRIJESH SINGH