बेंगलुरु। कर्नाटक के एक रिटायर्ड प्रोफेसर और लेखक केएस भगवान ने भगवान राम को लेकर बिहार आपत्तिजनक बयान दिया है। लेखक केएस भगवान ने कहा कि राम राज्य बनाने की बात चल रही है। वाल्मीकि रामायण के उत्तर कांड को पढ़ने से पता चलता है कि (भगवान) राम आदर्श नहीं थे। उन्होंने 11,000 सालों तक शासन नहीं किया, बल्कि केवल 11 सालों तक शासन किया था।
सेवानिवृत्त प्रोफेसर और लेखक केएस भगवान ने अपने बयान में कहा कि (भगवान) राम दोपहर में सीता के साथ बैठते थे और पूरे दिन पीते थे। उन्होंने बिना परवाह किए अपनी पत्नी सीता को जंगल में भेज दिया। एक पेड़ के नीचे तपस्या कर रहे शूद्र शंबूक का सिर काट दिया। वे कैसे आदर्श हो सकते हैं।
उधर, कर्नाटक में हिंदुत्ववादी संगठनों ने भगवान राम और सीता के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए कर्नाटक के लेखक की कड़ी निंदा की है। विश्व हिंदू परिषद ने भी केएस भगवान की मानसिकता पर सवाल खड़े किए हैं।