एक किताब में किया गया है दावा
मुंबई। असहिष्णुता पर पिछले साल आमिर खान द्वारा दिए गए बयान के बाद स्नैपडील के ब्रांड एम्बेसडर पद से हटाये जाने का मामला फिर गर्मा रहा है। बताया जा रहा है कि स्नैपडील पर दबाव बनाया गया था। एक किताब में यह दावा किया गया है।
किताब का दावा है कि भाजपा के आईटी सेल के प्रमुख खुद इस काम में जुटे थे। आईटी सेल की पूर्व वॉलंटियर ने ही इसका दावा किताब में किया है।
भाजपा की सोशल मीडिया टीम की एक पूर्व वालंटियर ने एक किताब में यह दावा किया कि ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट स्नैपडील ने भाजपा के आईटी सेल हेड के दबाव बनाने के बाद आमिर को इस कंपनी के ब्रांड एंबेसडर पद से हटा दिया था।
आमिर खान के असहिष्णुता वाले बयान के कुछ महीने बाद ई-कॉमर्स कंपनी स्नैपडील ने उनको ब्रांड एंबेसेडर बनाए रखने का कांट्रेक्ट रिन्यू नहीं किया था। अब इस नए खुलासे के बाद बीजेपी पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
गौरतलब है कि नवंबर 2015 में आमिर खान ने देश में असहिष्णुता होने की बात कही थी। उन्होंने 23 नवंबर 2015 को रामनाथ गोयनका अवार्ड में कहा था कि देश में असहिष्णुता के चलते उनका परिवार असुरक्षित महसूस करता है। इस बयान के बाद पूरे देश में उनके खिलाफ आलोचनाओं का दौर चला था।