नई दिल्ली। राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) के अध्यक्ष जयंत चौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी ने NDA में शामिल होने का फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि हमने अपने सारे विधायकों और कार्यकर्ताओं से बात कर ली है। हमने एनडीए के साथ जाने का फैसला किया है।
हालांकि, जयंत चौधरी का एनडीए में जाना उम्मीद के अनुरूप ही है फिर भी, I.N.D.I. गठबंधन को उप्र में इससे बड़ा झटका लगा है। बता दें कि जयंत चौधरी के एनडीए की चर्चाएं जोरों से थी। माना जा रहा था कि एनडीए के साथ रालोद का जाना लगभग तय हो गया है और जयंत कभी भी इसका एलान भी कर सकते हैं।
दूसरी ओर मोदी सरकार ने जब जयंत के दादा चौधरी चरण सिंह को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का एलान किया है, उसके बाद जयंत के कई ऐसे बयान आए जिससे ये खबरें और पक्की हो गई। पत्रकारों द्वारा एनडीए में जाने के सवाल का जवाब देते हुए भी उन्होंने ये कहा था कि ‘अब मैं किस मुंह से इनकार करूं।’
गौरतलब है कि पश्चिमी यूपी को जाट, किसान और मुस्लिम बाहुल्य इलाका माना जाता है। यहां लोकसभा की कुल 27 सीटें हैं और 2019 के चुनाव में बीजेपी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। जबकि 8 सीटों पर विपक्षी गठबंधन ने कब्जा किया था।
इनमें 4 सपा और 4 बसपा के खाते में आई थी लेकिन, आरएलडी को किसी सीट पर जीत नसीब नहीं हुई थी। यहां तक कि जयंत को पश्चिमी यूपी में जाट समाज का भी साथ नहीं मिला था। यही नहीं, 2014 के चुनाव में भी जयंत को निराशा हाथ लगी थी और एक भी सीट नहीं मिली थी।