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तृणमूल सांसद की गिरफ्तारी मोदी की बदले की राजनीति : कांग्रेस

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नई दिल्ली| पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार द्वारा मंगलवार को तृणमूल कांग्रेस के सांसद सुदीप बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी को ‘बदले की राजनीति’ करार दिया। बंदोपाध्याय को केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने करोड़ों रुपये के रोज वैली चिट फंड घोटाले में गिरफ्तार किया है।

कथित घोटाले में एक सप्ताह के भीतर तृणमूल के दूसरे सांसद को गिरफ्तार किया गया है। एजेंसी ने 30 दिसम्बर को लोकसभा सदस्य तापस पॉल को गिरफ्तार किया था।

तृणमूल पार्टी की अध्यक्ष तथा पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के सुर में सुर मिलाते हुए कांग्रेस के प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल केंद्र द्वारा आठ नवंबर को की गई नोटबंदी का विरोध करने वाले विपक्ष के खिलाफ कर रही है।

सुरजेवाला ने कहा, “हम यह रोजाना देख रहे हैं कि अपनी आवाज उठा रहे विपक्ष के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए सीबीआई, ईडी जैसी केंद्रीय एजेंसियों पर प्रधानमंत्री तथा उनका कार्यालय दबाव बनाता है।”

उन्होंने कहा, “बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी और कुछ नहीं, बस बदले की राजनीति और विपक्ष की आवाज दबाना है।”

सुरजेवाला ने कहा, “जिस दिन से ममता बनर्जी ने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी तथा अन्य विपक्षी नेताओं के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन किया है, उसी दिन से मोदी की बदले की राजनीति का एक नया दौर शुरू हो गया है।”

उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि रोज वैली चिटफंड घोटाले में कथित तौर पर शामिल केंद्रीय मंत्री बाबुल सुप्रियो को क्यों नहीं गिरफ्तार किया गया या पूछताछ की गई।

कांग्रेस नेता ने कहा, “तपस पॉल की गिरफ्तारी के दूसरे दिन उन्होंने घोटाले में बाबुल सुप्रियो की भूमिका के बारे में कहा था। क्या मोदी, बाबुल सुप्रियो को गिरफ्तार करेंगे? क्या सीबीआई उन्होंने पूछताछ के लिए भी बुलाएगी।”

बाबुल सुप्रियो ने पॉल के आरोपों को बकवास करार दिया है और उनके खिलाफ मानहानि का मुकदमा करने की धमकी दी।

बंदोपाध्याय की गिरफ्तारी से खफा ममता बनर्जी ने कहा कि देश में आपातकाल जैसे हालात हैं और उन्होंने मोदी सरकार के ‘प्रतिशोधात्मक रवैये’ के खिलाफ राष्ट्रव्यापी आंदोलन की घोषणा की है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह की गिरफ्तारी की मांग की।

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Dileep Kumar
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