चेन्नै। बैलों के पारंपरिक खेल जलीकट्टू के समर्थन में तमिलनाडु की राजधानी चेन्नै में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद जारी हिंसा के बीच तमिलनाडु विधानसभा के विशेष सत्र में जलीकट्टू बिल सर्वसम्मति से पास हो गया। चंद मिनटों में पास हुआ यह बिल अध्यादेश की जगह लेगा।
इसके साथ ही राज्य में जल्लीकट्टू का आयोजन वैध हो गया है। वहीं दूसरी तरफ राज्य में हिंसा और झड़प की कुछ खबरें भी आ रही हैं। इससे पहले राज्यपाल विद्यासागर राव ने शनिवार को जलीकट्टू से जुड़े अध्यादेश को मंजूर कर दिया था।
इससे राज्य में जल्लीकट्टू के आयोजन का रास्ता पहले ही साफ हो गया था, लेकिन समर्थक स्थायी समाधान की मांग कर रहे थे। जलीकट्टू बिल के नये कानून के तहत अब इसके आयोजनों की सीसीटीवी रिकॉडिंग होगी।
इस बीच केंद्र तमिलनाडु की स्थिति पर नजर बनाए हुए है। केंद्रीय वेंकैया नायडू ने कहा है कि कुछ राजनीतिक दल जल्लीकट्टू पर हो रहे प्रदर्शनों का लाभ लेकर केंद्र विरोधी माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं।