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महाराष्ट्र को मार्च तक खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य

खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव एस. क्षत्रिय, स्वच्छ भारत अभियानखुले में शौच मुक्त भारत
खुले में शौच से मुक्त करने का लक्ष्य, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव एस. क्षत्रिय, स्वच्छ भारत अभियान
खुले में शौच मुक्त भारत

मुंबई| एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में महाराष्ट्र को मार्च महीने तक खुले में शौच से मुक्त राज्य के रूप में घोषित किया जाएगा। मुख्य सचिव एस. क्षत्रिय ने पेयजल एवं स्वच्छता मंत्रालय के सचिव परमेश्वरन अय्यर के साथ एक बैठक में यहां यह बात कही। उन्होंने कहा कि राज्य इस लक्ष्य को प्राप्त करने की राह पर है।

उन्होंने कहा कि राज्य में खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) होने की घोषणा के लिए तीन स्तरों की पुष्टि की प्रणाली है। इसमें एक मजबूत तीसरे पक्ष द्वारा किया जाने वाला इसका सत्यापन भी शामिल है।

क्षत्रिय ने कहा कि खुले में शौच से मुक्त (ओडीएफ) के अतिरिक्त राज्य में स्वच्छ भारत अभियान के क्रियान्वयन के हिस्से के रूप में सरकार का लक्ष्य हाथ धोने, मासिक धर्म स्वच्छता और सामुदायिक शौचालय को शामिल करने पर है।

उन्होंने कहा कि इसके लिए राज्य में विविध सफाई अभियान जैसे स्वच्छ कार्यालय, स्वच्छ ग्राम पंचायत, स्वच्छ स्कूल आदि चलाए जा रहे हैं। अय्यर ने अपनी ओर से महाराष्ट्र में इन पहलों के क्रियान्वयन में देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार को पूर्ण केंद्रीय समर्थन देने का आश्वासन दिया।

उन्होंने कहा कि जिला स्वच्छ भारत प्रेरक पहल के तहत स्वच्छ भारत अभियान गतिविधियों के समर्थन के लिए टाटा ट्रस्ट के साथ मिलकर जिला स्तर पर एक प्रेरक उपलब्ध कराया जाएगा।

इस मुद्दे पर पश्चिमी क्षेत्र के सभी सार्वजनिक उपक्रमों के शीर्ष अधिकारियों के समक्ष एक विस्तृत प्रस्तुति देते हुए अय्यर ने उनसे स्वच्छ भारत अभियान को विभिन्न स्तरों पर समर्थन देने, स्वच्छता चैंपियन और परिवर्तन के दूत के रूप में कर्मचारियों और प्रबंधन प्रशिक्षुओं को प्रशिक्षण देने का अनुरोध किया।

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