चेन्नई| तमिलनाडु में सत्तारूढ़, ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (एआईएडीएमके) की महासचिव वी. के. शशिकला को शनिवार को एक और झटका लगा है। पार्टी प्रवक्ता और पूर्व मंत्री सी. पोन्नैयन ने शनिवार को कार्यवाहक खेमे का दामन थाम लिया।
शनिवार को ही इससे पहले राज्य के स्कूली शिक्षा मंत्री के. पांडियाराजन भी पन्नीरसेल्वम गुट से जुड़ गए।
पांडियाराजन के साथ पार्टी के दो सांसद – अशोक कुमार और सुंदरम – ने भी पन्नीरसेल्वम का समर्थन कर दिया।
शुक्रवार तक पांडियाराजन, पोन्नैयन, अशोक कुमार और सुंदरम शशिकला का समर्थन कर रहे थे।
इससे पहले, पार्टी के राज्यसभा सांसद वी. मैत्रेयन भी पन्नीरसेल्वम गुट में शामिल हो गए हैं।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले शुक्रवार को पार्टी प्रवक्ता वैगेइचेलवन ने कहा था कि पन्नीरसेल्वम गुट से जुड़ने वाले पार्टी नेताओं का ‘राजनीतिक भविष्य कब का खत्म हो चुका है’।
अशोक कुमार ने यहां पत्रकारों से कहा कि पार्टी के अन्य सांसद भी कार्यवाहक मुख्यमंत्री के साथ आना शुरू करेंगे। अन्ना द्रमुक के लोकसभा में 37 सदस्य हैं।
पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता के निधन के बाद पन्नीरसेल्वम दोबारा मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन बीते रविवार को उन्होंने पार्टी की बैठक में पद से इस्तीफा दे दिया, जिससे जयललिता की बेहद करीबी रहीं शशिकला के मुख्यमंत्री बनने का रास्ता साफ हो गया था।
लेकिन दो दिन बाद ही मंगलवार को पन्नीरसेल्वम ने बगावती तेवर अपनाते हुए कहा कि उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था।
अब पार्टी पन्नीरसेल्वम और शशिकला दो गुटों में बंट चुकी है और दोनों ही नेता राज्य में सरकार गठन के लिए बहुमत अपने साथ होने का दावा कर रहे हैं।
अब तक पार्टी के सात विधायकों, तीन सांसदों और बड़ी संख्या में पार्टी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने पन्नीरसेल्वम का समर्थन किया है।