बरेली। भारत में तारिक फतेह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं। अपने उदार और प्रगतिशील विचारों के कारण पूरी दुनिया में चर्चित फतेह पर बरेली से सिर कलम करने का फतवा आ गया है। उनके सिर की कीमत दस लाख रुपए लगाई गई है।
तारिक फतेह पाकिस्तानी मूल के कनाडाई लेखक हैं। पाकिस्तान की आजादी के दो साल बाद कराची में पैदा हुए फतेह सेक्युलर उदारवादी लेखक के तौर पर पूरी दुनिया में जाने जाते हैं। वो इस्लाम के उदारवादी और प्रगतिशील रूप के समर्थक हैं। साथ ही वो बलोचिस्तान में मानवाधिकार के हनन और बलोचों पर हो रही ज़्यादतियों के बारे में भी बोलते-लिखते रहते हैं।
इसी वजह से पाकिस्तान में उनके दाखिले पर पाबंदी है। वह इन दिनों भारत में हैं और यहां भी अपने बेबाक बयानों की वजह से वह कट्टरपंथियों के निशाने पर आ गए हैं। बरेली में एक संस्था ने उनके सर की कीमत तय कर दी है। फैजाने मदीना काउंसिल ने उनका सर कलम कर लाने वाले को दस लाख रुपये देने का ऐलान किया है।
मोईन के इस दावे की खबर एक अंग्रेजी अखबार में छपने के बाद तारिक फतेह तक पहुंची और उन्होंने इस पर ट्विट भी किया है। बरेली में इस संगठन की कोई खास अहमियत नहीं है, लेकिन इस शख्स के दावे से कट्टपंथियों को हौसला जरूर मिलता है।