Top Newsमुख्य समाचार

डीयू छात्रा गुरमेहर कौर ने खुद को किया कैंपेन से अलग

आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी, दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर, रामजस कॉलेज विवाद, कारगिल शहीद की बेटीगुरमेहर

नई दिल्ली। आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के खिलाफ मुहिम छेड़ने वाली करगिल शहीद की बेटी और दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर ने खुद को कैम्पेन से अलग कर लिया है।

आरएसएस के छात्र संगठन एबीवीपी, दिल्ली यूनिवर्सिटी की छात्रा गुरमेहर कौर, रामजस कॉलेज विवाद, कारगिल शहीद की बेटी
गुरमेहर

उन्होंने मंगलवार सुबह ट्वीट कर कहा- “मैं कैम्पेन से अलग हो रही हूं। सभी को बधाई। मैं रिक्वेस्ट करती हूं, मुझे अकेला छोड़ दिया जाए। मैंने जो कहना था कह दिया है।”

बता दें कि दिल्ली यूनिवर्सिटी में आज वामपंथी संगठन मार्च निकाल रहे हैं। AISA, NSUI, JNU के टीचर्स और स्टूडेंट इस मार्च में शामिल होंगे। सोमवार को एबीवीपी ने डीयू में तिरंगा मार्च निकाला था।

यह भी पढ़ें- भाजपा सांसद ने डीयू छात्रा की तुलना दाऊद से की, कांग्रेस बिफरी

मंगलवार सुबह गुरमेहर ने ट्वीट करके कहा- “मैं कैम्पेन से अलग हो रही हूं। सभी को बधाई। मैं रिक्वेस्ट करती हूं मुझे अकेला छोड़ दिया जाए। मुझे जो कहना था, कह दिया है। मैंने बहुत कुछ सहा है और 20 साल की उम्र में इतना ही मैं सह सकती थी। यह कैम्पेन मेरे बारे में नहीं, स्टूडेंट्स के बारे में है। प्लीज, बड़ी तादाद में इसमें शिरकत करें, सभी को शुभकामनाएं।”

अगले ट्वीट में उन्होंने कहा, “मेरी बहादुरी और हिम्मत पर सवाल उठाने वाले किसी भी शख्स से कहना चाहूंगी, मैं काफी बहादुरी दिखा चुकी हूं। यह तय है कि किसी को भी धमकियां देने या हिंसा का रास्ता अपनाने से पहले अब हम कम से कम दो बार सोचेंगे ज़रूर।”

इससे पहले सोमवार को गुरमेहर ने यह आरोप भी लगाया कि उन्हें एबीवीपी की ओर से रेप की धमकियां मिल रही हैं। इस मामले में उन्होंने वुमन कमीशन में शिकायत दर्ज कराई है।

क्या है मामला?

पिछले दिनों दिल्ली के रामजस कॉलेज में बुधवार को AISA और ABVP के सपोर्टर्स के बीच भारी हिंसा हुई थी। इस हिंसा के खिलाफ गुरमेहर ने 22 फरवरी को अपना फेसबुक प्रोफाइल पिक्चर बदला।

नए प्रोफाइल फोटो में वे एक तख्ती पकड़ी हुई नजर आईं। उस पर #StudentsAgainstABVP हैशटैग के साथ लिखा- “मैं दिल्ली यूनिवर्सिटी में पढ़ती हूं। ABVP से नहीं डरती। मैं अकेली नहीं हूं। भारत का हर स्टूडेंट मेरे साथ है।”

गुरमेहर ने पोस्ट में लिखा- “ABVP का बेगुनाह स्टूडेंट्स पर किया गया हमला परेशान करने वाला है और इसे रोका जाना चाहिए। यह हमला प्रोटेस्ट कर रहे लोगों पर नहीं था, बल्कि यह डेमोक्रेसी के हर उस विचार पर हमला था, जो हर भारतीय के दिल के करीब है। यह आदर्शों, आजादी और देश के हर शख्स के हक पर हमला था।”

“जो पत्थर तुम फेंकते हो, वे हमारे शरीर को चोट पहुंचाते हैं, लेकिन ये हमारे आदर्शों को चोट नहीं पहुंचा सकते। यह प्रोफाइल फोटो डर और नाइंसाफी के खिलाफ विरोध जाहिर करने का मेरा अपना तरीका है।”

गुरमेहर ने कहा- सहवाग के ट्वीट से दिल टूट गया

एक न्यूज चैनल से बातचीत में गुरमेहर ने कहा कि वीरेंद्र सहवाग का ट्वीट देखकर मेरा दिल टूट गया। मैं बचपन से उन्हें खेलते हुए देखती आ रही हूं। दरअसल, गुरमेहर ने एक पोस्ट की थी, जिसमें वे एक तख्ती लिए हुए हैं और उसमें लिखा है- “मेरे पिता को पाकिस्तान ने नहीं, जंग ने मारा था।”

इस पर सहवाग ने भी ट्विटर पर तख्ती के साथ अपनी एक फोटो पोस्ट डाली थी। इस पर लिखा, “दो ट्रिपल सेन्चुरी मैंने नहीं मारी थी, यह मेरे बैट ने लगाई थी।”

=>
=>
loading...