नई दिल्ली | यह उपन्यास महाभारत के कर्ण के जीवन पर आधारित है, जिस महाभारत से हिन्दू महाकाव्य गीता की रचना हुयी। रिटायर्ड इंडियन आर्मी ऑफिसर जी डी बाक्षी एवं लेखक करण वीर अरोड़ा ने उपन्यास का उद्घाटन किया। यह कॉमिक नोबल नयी पीढ़ी के लिए किसी उपहार से काम नहीं है, आज जब बच्चे अपने पौराणिक कथाओ को भूलते जा रहे है वैसे में इस प्रकार की रचनाये हमारी पीढ़ी को फिर से ज्ञान और महानता की ओर लेके जायेगा।
महाभारत के नायक कर्ण का जन्म उनकी माता के विवाह से पहले हो गया था, वह सूर्य द्वारा कुंती को आशीर्वाद के रूप में मिले थे इसलिए उन्हें सूर्य पुत्र भी कहा जाता है, कर्ण दुर्योधन के परम मित्र थे और इसी कारण उन्होंने कुरुक्छेत्र में दुर्योधन की ओर से पाण्डव के विरुद्ध युद्ध किया । कर्ण अपने वचन में टिके रहने वाले और महादानी व्यक्ति थे, कथाओ के अनुसार उनका जन्म हरयाणा के करनाल जिले में हुआ था। कर्ण एक महान स्वार्थहीन व्यक्ति और अद्भुत योद्धा थे,जो अपने वचनों का पालन करने में विश्वास रखते थे
लेखक एवं विमानिका कॉमिक के डायरेक्टर करण वीर अरोड़ा हिन्दू पौराणिक कथाओ और नायकों को पश्चिमी प्रान्तों तक ले जाना चाहते है। ये यू एस में स्थित पहले भारतीय पब्लिसर है। करण वीर ने बताया कई सालों से वह भारतीय इतिहास और पौराणिक कथाओ पर रीसर्च कर रहे है। विमानिका कॉमिक का उद्देश्य नयी पीढ़ी को इतिहास और पौराणिक भारत से परिचय करवाना है।
इंडियन आर्मी रिटायर्ड मेजर जनरल जी डी बाक्षी ने कहा भारतीय लोगो को भारत के इतिहास और पौराणिक कथाओं का ज्ञान होना ही चाहिए क्योंकि ये कथाये और इतिहास हमे बोहोत कुछ सिखाती है जो उनके जीवनशैली और सोचने की छमता में सकारात्मकता का प्रवाह करता है, और सही रास्ते में चलने के लिए प्रेरित करता है। अब जनना यह है की : इतिहास खुद को फिर से दोहरा रहा है या इस कहानी में कुछ नयी रोचक परिस्तिथियाँ है।