लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की 16 अप्रैल को होने वाली बैठक को स्थगित कर दिया गया है। कयास लगाए जा रहे थे कि मायावती इस बैठक में संगठन में फेरबदल करेंगी, लेकिन बैठक से पहले वह पार्टी के वरिष्ठ नेताओं से इस विषय पर फीड बैक लेना चाहती हैं। शुक्रवार को ही अम्बेडकर जयंती के मौके पर मायावती ने बड़ा ऐलान करते हुए अपने भाई आनंद कुमार को पार्टी का राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने का ऐलान किया था।
बसपा अध्यक्ष ने सभी पार्टी नेताओं से एक मई से संगठन के कामकाज और जनाधार को बढ़ाने की कवायद में लगने के लिए कहा है। पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक करने से पहले पार्टी मुखिया बसपा को दोबारा मजबूती से खड़ा करने के लिए रोड मैप तैयार कर रही हैं। विधानसभा चुनाव में टिकट वितरण से लेकर चुनाव प्रबन्धन तक में कोआर्डिनेटरों की भूमिका की पड़ताल कर रही हैं। चुनाव नतीजों के बाद जिलों में बैठक करने गए पार्टी नेताओं और कोआर्डिनेटरों को कार्यकर्ताओं के गुस्से का शिकार होना पड़ा था।
मायावती के यह भी संज्ञान में आया कि कई जगह खुल कर कार्यकर्ताओं ने पार्टी नेताओं पर वसूली के आरोप लगाए तो गलत लोगों को टिकट दिलवाने की शिकायतें भी मिलीं। इसी के चलते मायावती पार्टी संगठन में बदलाव से पहले जमीनी स्तर पर पार्टी नेताओं से फीडबैक लेने के बाद कोई निर्णय लेना चाहती हैं।