आरआईएल का बाजार पूंजीकरण मूल्य 4,60,518.80 करोड़ रुपये
मुंबई| देश के शीर्ष उद्योगपति मुकेश अंबानी की कंपनी आरआईएल (रिलायंस इंडस्ट्रीज) ने सोमवार को चार वर्ष के अंतराल के बाद एकबार फिर बाजार पूंजीकरण के मामले में देश की सबसे मूल्यवान कंपनी बन गई।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) में रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर सोमवार को 16.65 रुपये या 1.19 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 1,416.40 रुपये पर बंद हुए।
इसके साथ ही आरआईएल का बाजार पूंजीकरण मूल्य 4,60,518.80 करोड़ रुपये हो गया। कंपनी ने बाजार पूंजीकरण के मामले में टाटा समूह की दिग्गज सॉफ्टवेयर कंपनी टाटा कंसल्टेंसी (टीसीएस) को पछाड़ा।
टीसीएस के शेयर बीएसई में सोमवार को 17.90 रुपये या 0.77 फीसदी बढ़कर 2,329.10 रुपये पर बंद हुआ। टीसीएस का बाजार पूंजीकरण मूल्य इस समय 4,58,932.37 करोड़ रुपये है। 21 अप्रैल को भी आरआईएल का बाजार पूंजीकरण मूल्य दिन के कारोबार के दौरान टीसीएस से आगे निकल गया था।
दोनों कंपनियों के शेयरों की तुलना करें तो 1 जनवरी से 24 अप्रैल के बीच आरआईएल के शेयर की कीमतों में 31.2 फीसदी का उछाल आया है, जबकि इसी अवधि में टीसीएस के शेयरों की कीमत में 1.1 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है।
समीक्षाधीन अवधि में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) के सूचकांक निफ्टी में 12.6 फीसदी की वृद्धि हुई है, जबकि बीएसई के सेंसेक्स में 11.4 फीसदी की वृद्धि हुई है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज के अध्यक्ष (रिटेल रिसर्च) दीपक जासानी ने कहा, “पेट्रो रसायन जैसे आरआईएल के पारंपरिक कारोबार में तेज वृद्धि और इसकी दूरसंचार सेवा द्वारा ग्राहकों को अपनी ओर आकर्षित करना ऐसे कारण रहे, जिसने कंपनी को तेजी दी।” टीसीएस बाजार पूंजीकरण मूल्य के मामले में फरवरी, 2013 में आरआईएल को पछाड़कर आगे निकल गया था।