लखनऊ। उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने डायरेक्टरेट ऑफ रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डीआरआई) की टीम के साथ मिलकर राजधानी लखनऊ के निरालानगर से एक व्यवसायी से अवैध घोषित की जा चुके 500 और 1000 के करीब 99,80,000 रुपये के पुराने नोट बरामद किए।
यूपी एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) अमित पाठक ने बताया कि एसटीएफ को खबर मिली थी कि पुराने नोट बदलने का आश्वासन देने वाले गैंग के सदस्य लखनऊ में सक्रिय हैं। एसटीएफ टीम ने डीआरआई के अधिकारियों से वार्ता कर एक संयुक्त टीम गठित की। टीम की छापेमारी में एक करोड़ के पुराने नोट बरामद हुए।
उन्होंने बताया कि टीम ने मुकेश जिंदल, एलडीआरसी कंसट्रक्शन के कार्यालय (बी-70, निरालानगर, लखनऊ) पर छापा मारकर तलाशी ली। वहां मुकेश के चैम्बर से 99,80,000 रुपये के पुराने नोट बरामद हुए। पूछताछ पर मुकेश जिंदल ने बताया कि कार्यालय में मौजूद महिला निधि कौशिक पश्चिमी दिल्ली के उत्तमनगर की है, वह एक कंपनी की प्रतिनिधि है। कंपनी के वरिष्ठ अधिकारी आकाश से मुकेश जिंदल की 25 करोड़ या उससे अधिक की पुरानी करेंसी 40 प्रतिशत की दर से नई करेंसी में बदले जाने की बात हुई थी। इसके लिए मुकेश जिंदल को 2 प्रतिशत राशि मिलती।
निधि ने बताया कि आकाश नामक व्यक्ति अलग-अलग शहरों में पार्टियों से मिलने के लिए उसे भेजता था। निधि ने बताया कि नोट बदलने की शर्ते इतनी कठिन होती थीं कि कोई पार्टी उसे पूरा नहीं कर पाती थी और पूर्व में जमा की गई 2 से 5 लाख तक की राशि आकाश जब्त कर लेता था। इन शर्तो में निर्धारित 45 मिनट में 25 करोड़ रुपये के नोट कंपनी प्रतिनिधि को दिखाने की शर्त शामिल थी। यह एडवांस देने वाला व्यक्ति इसलिए शिकायत नहीं कर पाता था, क्योंकि वह स्वयं गलत काम में लिप्त था।
निधि ने पूछताछ में बताया कि वह धोखाधड़ी के इस धंधे के सिलसिले में जोधपुर, अहमदाबाद, रायपुर, अमृतसर, सूरत, पुणे, मुरादाबाद, जयपुर सहित बहुत से शहरों में जा चुकी है। वह तीसरी बार लखनऊ आई है। इस संबंध में डीआरआई द्वारा द स्पेसिफाइड बैंक नोट्स (सेशेशन ऑफ लायबिलिटीज) एक्ट-2017 की सुसंगत धाराओं में बरामद पुरानी करेंसी को ग्रहण (रिज्यूम) किया गया। इस संबंध में अग्रिम विधिक कार्यवाही की जाएगी।