इस्लामान। पाकिस्तान के एक शीर्ष अधिकारी ने यहां रविवार को कहा कि पिछले सप्ताह बलूचिस्तान के चमन इलाके में बिना उकसावे के हुई गोलीबारी के जवाब में पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की गई गोलीबारी में 50 अफगानी सुरक्षाकर्मी मारे गए थे और 100 अन्य घायल हो गए थे।
डॉन ऑनलाइन के मुताबिक, बलूचिस्तान में फ्रंटियर कोर (एफसी) के महानिरीक्षक (आईजी) मेजर जनरल नदीम अंजुम ने कहा, “हम इस जनहानि से खुश नहीं हैं, क्योंकि वे हमारे मुस्लिम भाई हैं।”
फ्रंटियर कोर के आईजी यहां पांच मई को चमन में सीमा पार से हुए एक हमले के बारे में संवाददाताओं को जानकारी दे रहे थे। इस हमले में 12 पाकिस्तानी नागरिक मारे गए थे, और 40 अन्य घायल हो गए थे। अफगान सीमा बलों ने एक जनगणना दल की सुरक्षा में तैनात सुरक्षाकर्मियों पर गोलीबारी की थी। जबकि काबुल को पहले ही जनगणना के बारे में सूचित कर दिया
गया था।
हमले के कारण किल्ली लुकमान, किल्ली जहांगीर और बादशाह अड्डा कहोल के निवासियों को अपने घर खाली करने पड़े थे, चमन में बंद था और बलूचिस्तान के क्वेटा और अन्य हिस्सों में सुरक्षा बढ़ा दी गई थी।
बलूचिस्तान फ्रंटियर कोर के प्रमुख ने कहा कि पाकिस्तानी सीमा रक्षकों की ओर से की गई जवाबी कार्रवाई में चार-पांच जांच चौकियों भी नष्ट हो गई थीं।
मेजर जनरल अंजुम ने कहा कि पांच मई को अफगानिस्तान ने संघर्ष-विराम का आग्रह किया, जिसे पाकिस्तान ने स्वीकार कर लिया। डॉन के मुताबिक, इससे पहले पाकिस्तानी सेना के दक्षिणी कमान के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल आमिर रियाज ने सीमा पार से हुए हमले को ‘शर्मनाक’ करार दिया।
रियाज ने चमन के दौरे के दौरान कहा था, “पाकिस्तान के सीमावर्ती गांवों में नागरिकों को निशाना बनाने की यह शर्मनाक घटना थी।”