मून ने उत्तर कोरिया को दिया स्पष्ट संदेश
सियोल| दक्षिण कोरिया में राष्ट्रपति पद के लिए मंगलवार को हुए चुनाव के अगले ही दिन बुधवार को नतीजे आ गए, जिसमें डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार मून जे-इन को विजयी घोषित किया गया।
चुनाव परिणाम आने के तुरंत बाद मून ने राष्ट्रपति पद की शपथ ली और उत्तर कोरिया को लेकर स्पष्ट संदेश देते हुए कहा कि पड़ोसी देश की यात्रा तभी होगी, जब इसके लिए स्थितियां अनुकूल होंगी।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में भारी जीत हासिल करने के कुछ ही घंटों बाद मून को नेशनल असेंबली के मुख्य हॉल में शपथ दिलाई गई।
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राष्ट्रीय निर्वाचन आयोग (एनईसी) के अनुसार, राष्ट्रपति चुनाव में कुल 3,28,07,908 वोट पड़े, जिनमें से 1,34,23,800 यानी 41.08 प्रतिशत डेमोक्रेटिक पार्टी के उदारवादी उम्मीदवार मून को मिले।
राष्ट्रपति चुनाव जीतने के एक दिन बाद यानी बुधवार 10 मई से ही मून का कार्यकाल शुरू हो गया। उनका कार्यकाल पांच वर्षो का होगा।समाचार एजेंसी योनहाप के अनुसार, पूर्व राष्ट्रपति पार्क ग्युन-हे को भ्रष्टाचार के आरोप में पद से हटाए जाने के बाद से ही नए राष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो गई थी।
टेलीविजन पर अपने उद्घाटन भाषण में मून के कहा, “मेरे दिमाग में एकता और सह-अस्तित्व की एक अलग दुनिया बनाने का स्पष्ट ब्ल्यूप्रिंट है।”
नए राष्ट्रपति ने टर्मिनल हाई आल्टीट्यूड एरिया डिफेंस (थाड) मिसाइल सिस्टम के मुद्दे को हल करने के लिए ईमानदारीपूर्वक अमेरिका और चीन से परामर्श करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने भ्रष्टाचार के आरोप में अपने पूर्ववर्ती को हटाने के बाद राष्ट्रीय एकता और एकजुटता पर जोर देने का वादा किया।
राष्ट्रपति ने यह भी कहा कि वह राष्ट्रपति कार्यालय को एक बार फिर मध्य सियोल के ग्वांगह्वामुन में स्थापित करेंगे। उन्होंने उत्तर कोरिया के परमाणु कार्यक्रमों से निपटने को शीर्ष प्राथमिकता देने की बात भी कही।
उन्होंने कहा, “यदि जरूरत पड़ी तो मैं वाशिंगटन जाऊंगा, बीजिंग व टोक्यो जाऊंगा और परिस्थितियां अनुकूल रहीं तो प्योंगयांग की यात्रा भी करूंगा।”