Entertainment

पर्दे की इन मांओं की कमी को क्या पूरी कर पायेगा बॉलीवुड

थियेटर से लेकर बड़े पर्दे तक अपने कला कौशल का लोहा मनवाने वाली दिग्गज अभिनेत्री रीमा लागू ने हम सबको अलविदा कह दिया। दिग्गज फिल्म और टीवी अभिनेत्री रीमा लागू (59) का गुरुवार सुबह दिल का दौरा पडऩे से निधन हो गया। कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल (केडीएएच) में आखिरी सांस ली।

मां के किरदार में छोटे बड़े और थियेटर सभी विधाओं में रीमा ने जिस अभिनय की प्रस्तुति किया वह अपनी छाप छोड़ता चला गया। इनकी पहचान ही एक भारतीय मां की ममतामयी मूरत के रूप में होती चली गई।

रीमा ने ‘हम आपके हैं कौन’, ‘आशिकी’, ‘कुछ कुछ होता है’, ‘हम साथ साथ हैं’, ‘मैंने प्यार क्यों किया’, ‘कल हो ना हो’, ‘वास्तव’, ‘साजन’, ‘रंगीला’ और ‘क्या कहना’ जैसी सुपरहिट फिल्मों में काम किया है। उन्होंने छोटे पर्दे पर ‘खानदान’, ‘श्रीमान, श्रीमती’, ‘तू तू, मैं मैं’, ‘दो और दो पांच’ धारावाहिकों में काम किया है।

बॉलीवुड की पहचान पूरे दुनियां में पारिवारिक कहानियों को पर्दे पर उतारने की रही है। मां के चरित्र को हूबहू मां की तरह प्ले कर देने वाले पात्रों की पहचान ही मां के रुप में होने लगे तो यह समझ लेना चहिए कि अभिनेत्री ने रोल में जान डाल दिया है। आज जब हम रीमा लागू के गुजर जाने पर उनको और उनके किरदार को याद करतें है तो भूले विसरे उन पात्रों की भी याद ताजा हो जाती है जिन्होंने मां के किरदार को ऐसे जिया कि वो बॉलीबुड के मील का पत्थर हों गयी।

इसी कड़ी में और भी कई अभिनेत्रियां रही हैं जिन्होंने पर्दे पर मां के चित्र को बखूबी जिया।

निरुपा रॉय : फिल्म ‘दीवार’ का डायलॉग ‘मेरे पास मां है’ सुनते ही निरूपा राय का चेहरा आंखों के सामने घूमने लगता है। अभिनेत्री निरूपा राय एक ऐसी अभिनेत्री थीं जिन्होंने पर्दे पर मां के चरित्र को बखूबी जिया। उनकी एक्टिंग इतनी दमदार थी कि उनके द्वारा निभाये गये इमोशनल सीन को देखकर दर्शकों की आंखों में आंसू आ जाते थे। ‘दीवार’ निरुपा राय की सर्वश्रेष्ठ फिल्मों में एक मानी जाती है यह एक ऐसी मां की कहानी थी जो अकेले अपने दोनों बेटो की परवरिश करती है।

अचला सचदेव : बड़े पर्दे पर अचला सचदेव ने मां के किरदार बखूबी निभाया। इस अनुभवी अभिनेत्री ने सन 1965 की हिट फिल्म ‘वक्त’ में सुनील दत्त, राज कुमार और शशि कपूर की मां का किरदार निभाया था। फिल्म ‘मेरा नाम जोकर’ में उन्होंने राज कपूर की मां और फिल्म ‘प्रेम पुजारी’ देव आनंद की मां का किरदार नि भाया था।

 

लीला चिटनिस : जिस दौर में लीला चिटनिस फिल्मों में आई थीं उस समय में किसी भी अभिनेत्री के लिए वहां जगह बनाना बहुत मुश्किल था। लीला चिटनिस ने फिल्म ‘गाइड’ में देव आनंद की मां का किरदार निभाया था। उनके इस दमदार किरदार को आज भी याद किया जाता है। अपने फिल्मी करियर में वे कई सफल हीरो की मां बनीं। उस समय के लिजेंड्री एक्टर्स देवआनंद के साथ-साथ उन्होंने दिलीप कुमार और राजकपूर की मां बनकर अपना अलग मुकाम बनाया।

सुलोचना लटकर : 70 के दशक में फिल्मी पर्दे पर मां की भूमिका जीवंत करने वालीं जानीमानी अभिनेत्री सुलोचना लटकर के शानदार अभिनय को आज भी लोग नहीं भूले होंगे। उस जमाने में सुलोचना ने से लेकर मनोज कुमार, देव आनंद और महमूद जैसे दिग्गज अभिनेताओं की मां का किरदार निभाया था। सुलोचना लटकर ने ‘रोटी कपड़ा और मकान’ और ‘यराना’ में अमिताभ बच्चन की मां का किरदार निभाया था।

सलमान को रीमा ने कहा था मेरा फेवरेट बेटा

रीमा लागू ने तो वैसे कई अभिनेताओं के साथ काम किया और उन सबके साथ मां का ही रोल किया। एक इंटरव्यू में रीमा से पूछा गया था कि शाहरुख, संजय दत्त, आमिर, सलमान सबकी मां बनने के बाद उनका कोई तो फेवरेट बेटा होगा इस पर रीमा लागू ने बिना सोचे समझे ही जवाब दिया कि मेरा फेवरिट बेटा हमेशा से सलमान रहा है। सलमान और संजय मेरे सबसे प्यारे बच्चे रहे हैं। दोनों आपस में भी भाइयों की तरह ही रहते हैं। वहीं शाहरुख के साथ मेरा रिश्ता थोड़ा दोस्ताना है।

=>
=>
loading...
Dileep Kumar
the authorDileep Kumar