श्रीनगर| रक्षा मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि सरकार जम्मू एवं कश्मीर के लोगों के लिए शांतिपूर्ण जीवन चाहती है, लेकिन सुरक्षा बल आतंकवादियों के खिलाफ ‘कड़ी’ कार्रवाई करेंगे।
जेटली ने शुक्रवार को उत्तरी कश्मीर के बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर सेना की अग्रिम चौकियों का दौरा किया। बाद में उन्होंने कहा कि सभी सुरक्षा एजेंसियों को आतंकवादियों से निपटने के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है।
उन्होंने कहा, “हम आतंकवादियों से सख्ती से निपटेंगे, खास तौर से जो दूसरी तरफ (पाकिस्तान) से आ रहे हैं, क्योंकि वे कश्मीर घाटी के हालात के लिए जिम्मेदार हैं।”
जेटली बुधवार को श्रीनगर पहुंचे। उन्होंने राज्य में सुरक्षा की समीक्षा भी की। उन्होंने कहा, “हिंसा अंतत: सुरक्षा और घाटी के सामान्य निवासियों जीवन पर समान रूप से असर डालती है, इस तरह हिंसा न सिर्फ सुरक्षा बलों के खिलाफ है, बल्कि यह अपनी जिंदगियां गंवा रहे निर्दोष लोगों के खिलाफ भी है।”
उन्होंने कहा, “यह हमारे पास लोगों को यह बताने का एक बड़ा अवसर है कि जहां तक औसत शांतिप्रिय नागरिक का सवाल है, भारत एक देश के तौर पर पूरी चिंता और करुणा दिखाएगा। हम चाहते हैं कि आपका जीवन शांतिमय और समृद्ध हो।”
इससे पहले जेटली ने ट्वीट किया था, “नियंत्रण रेखा की अग्रिम चौकियों पर वरिष्ठ कमांडरों और जवानों के साथ मुलाकात की और सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की।” उन्होंने कहा, “शत्रु के किसी भी दुस्साहस का मुहतोड़ जवाब देने के लिए जवानों के आक्रामक तेवर व उनकी तत्परता बहुत ही संतोषजनक है।”
बारामूला स्थित डैगर डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमांडिंग, मेजर जनरल आर.पी. कलिता भी नियंत्रण रेखा पर जेटली के साथ थे। रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया के मुताबिक, “जेटली ने कहा कि सेना के जवान जिन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हैं, पूरा देश उन्हें सलाम करता है और दलके साहस के पीछे खड़ा है।”