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शत्रुघ्न ने की सवालों की बौछार, सुमो ने पूछा ‘शत्रु हैं या मित्र’

पटना| राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद परिवार के कथित बेनामी संपत्ति के खुलासे के बाद उनके बचाव में आए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद व फिल्म अभिनेता शत्रुघ्न सिन्हा तथा पार्टी नेता सुशील कुमार मोदी (सुमो) के बीच ट्विटर पर शुरू हुई जंग और घमासान हो गई है।

सिन्हा ने बुधवार को एक बार फिर ट्वीट कर सुमो को निशाने पर लेते हुए एक के बाद एक 12 ट्वीट कर बिहार भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी पर इशारों ही इशारों में कई सवाल खड़े किए। इधर सुमो ने भी इशारों ही इशारों में सिन्हा से सवाल पूछा कि वह ‘शत्रु हैं या मित्र?’

भाजपा के सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्वीट कर लिखा, “एक वरिष्ठ साथी जो लंबे समय से राजनीति में साथ रहे हैं, उनसे इस कदर उम्मीद नहीं की जा सकती कि वे मर्यादा की सारी सीमाएं लांघ दें।”

उल्लेखनीय है कि दो दिन पूर्व मोदी ने सिन्हा का नाम लिए बिना इशारों ही इशारों में उन्हें (शत्रुघ्न सिन्हा) भाजपा का शत्रु करार देते हुए ‘गद्दार’ तक कह दिया था। उन्होंने सिन्हा को पार्टी से निकाले जाने तक की मांग कर दी थी।

‘गद्दार’ कहे जाने से भड़के सिन्हा ने बुधवार को ट्वीट किया, “बिहार के एक वरिष्ठ राजनीतिक सहयोगी और नेता द्वारा मेरे खिलाफ असंसदीय बयान दिए जाने से मेरे मित्र, मेरे चाहने वाले और राजनीतिक नेता काफी आहत हैं। मेरे चाहने वालों ने इस मामले को लेकर संदेश भेजे हैं।”

सुशील मोदी पर कटाक्ष करते हुए सिन्हा ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “आपकी निराशा, राजनीति में गुम हो रही आपकी शख्सियत आपको परेशान किए हुए है। लेकिन, ऐसा बयान देने के लिए यह कोई सही बात नहीं है कि आप अपनी परेशानी की आड़ में दूसरों पर कीचड़ उछालें।”

खुद के राजनीति में पाक-साफ होने का दावा करते हुए शत्रुघ्न ने आगे लिखा, “मैं कोई बदनाम चेहरा नहीं हूं। राजनीति में बहुत सारे लोगों ने मेरे उसूल, सिद्घांत और धैर्य की तारीफ की है। जो लोग मेरी आलोचना कर रहे हैं, उन पर ही लोगों ने पार्टी को खत्म करने और बदनाम करने के लिए सवाल खड़े किए थे। लोगों ने ऐसे शख्स पर ही उंगली उठाई थी।”

बिहार के पटना साहिब से सांसद सिन्हा ने सुमो द्वारा पार्टी से निकाले जाने की मांग पर पलटवार करते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, “मुझे आज पार्टी से निकालने की बात की जा रही है, मैं पूछता हूं किस हैसियत से मुझे पार्टी से निकालने की बात कही जा रही है।”

इधर, सुमो ने भी सिन्हा के प्रश्नों पर पलटवार करते हुए बिना किसी का नाम लिए इशारों में सिन्हा पर निशाना साधा। मोदी ने ट्वीट कर लिखा, “मैंने किसी नेता का नाम नहीं लिया, फिर क्यों तिलमिला गए? चोर की दाढ़ी में तिनका? तय करें भाजपा के मित्र हैं या शत्रु?”

एक अन्य ट्वीट में उन्होंने दावा करते हुए लिखा, “जमीन में हेराफेरी करने वाले होंगे बेनकाब।”

उल्लेखनीय है कि सोमवार को भ्रष्टाचार के आरोपों में घिरे लालू प्रसाद और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का बचाव करते हुए सिन्हा ने कहा था कि नकारात्मक राजनीति बंद होनी चाहिए।

सिन्हा ने पार्टी नेता सुमो को नकारात्मक राजनीति न करने की सलाह दी थी। इस सलाह के बाद सुमो ने इशारों ही इशारों में सिन्हा को ‘गद्दार’ कहा।

गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से सुशील मोदी बेनामी संपत्ति को लेकर लालू प्रसाद पर लगातार नए खुलासे कर रहे हैं। वैसे, यह कोई पहली बार नहीं है कि सिन्हा पार्टी लाइन के खिलाफ हुए हैं। पिछले दिनों कई मौकों पर वह भाजपा के नेताओं की आलोचना कर चुके हैं।

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Dileep Kumar
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