श्रीलंका जिम्बाब्वे टेस्ट सीरीज
कोलंबो| श्रीलंका की टीम प्रेमदासा स्टेडियम में खेले जा रहे टेस्ट मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ अभी तक कमजोर साबित हुई है। जिम्बाब्वे ने अपनी पहली पारी में 356 रन बनाए। दूसरे दिन शनिवार का खेल खत्म होने तक श्रीलंका ने 293 रनों पर ही अपने सात विकेट खो दिए हैं।
वह अभी भी मेहमान टीम से 63 रन पीछे है। स्टम्प्स तक असेला गुणारत्ने 24 और रंगना हेराथ पांच रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। जिम्बाब्वे द्वारा पहली पारी में चुनौतीपूर्ण स्कोर खड़ा करने के बाद बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंकाई टीम की शुरुआत तो अच्छी रही। उसने 84 रनों के कुल स्कोर तक कोई भी विकेट नहीं खोया था।
यह भी पढ़ें- राणातुंगा ने की 2011 विश्व कप फाइनल के जांच की मांग
दिमुथ करुणारत्ने (25) और उपुल थरंगा (71) द्वारा दी गई मजबूत शुरुआत के बाद लग रहा था कि मेजबान टीम दिन का अंत अच्छी स्थिति में रहते हुए करेगी।
लेकिन 116 रनों तक आते-आते उसने अपने तीन विकेट खो दिए। करुणारत्ने, थरंगा के अलावा कुशल मेंडिस 11 रन बनाकर पवेलियन लौट गए थे।
कप्तानी के पहले टेस्ट मैच में दिनेश चंडीमल ने 55 रनों की पारी खेली और 41 रन बनाने वाले पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज के साथ चौथे विकेट के लिए 96 रनों की साझेदारी की।
चंडीमल 212 के कुल स्कोर पर आउट हुए तो 238 के कुल स्कोर पर मैथ्यूज पवेलियन लौटे। इस बीच निरोशन डिकवेला (6) भी पवेलियन लौट गए थे।
टीम एक बार फिर बैकफुट पर जा चुकी थी। दिलरुवान परेरा (33) के रूप में श्रीलंका का सातवां विकेट गिरा। इसके बाद गुणारत्ने और हेराथ ने कोई और विकेट नहीं गिरने दिया।
इससे पहले, अपने पहले दिन के स्कोर आठ विकेट पर 344 रनों से आगे खेलने उतरी जिम्बाब्वे की टीम दूसरे दिन अपने स्कोर में सिर्फ 12 रनों का ही इजाफा कर पाई। उसके लिए क्रेग एर्विन ने सर्वाधिक 160 रन बनाए उन्हीं के रूप में टीम का आखिरी विकेट गिरा।