नई दिल्ली। अशोक खेमका ने तबादलों की हाफ सेंच्युरी लगा ली है। खेमका वही IAS ऑफिसर हैं जिन्होंने सोनिया गांधी के दामाद रॉबर्ट वाड्रा से जुड़े करोड़ों रुपये के जमीनी सौदे की गड़बड़ियों का भांडा फोड़ा था।मनोहरलाल सरकार ने एक बार फिर उनकी बदली कर दी है। उनका 26 साल में 50 बार ट्रांसफर हो चुका है। उन्हें साइंस एंड टेक्नॉलोजी से हटाकर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग का प्रधान सचिव लगाया गया है।
हर विभाग में सत्ता का शिकार हुए खेमका
आपको बता दें कि खेमका जिस भी विभाग में गए वहां पर घोटाले उजागर किए। अपनी इसी कार्यशैली के कारण वह हमेशा सत्ता के निशाने पर रहे हैं। उनकी गिनती ऐसे नौकरशाहों में होती है जो नेताओं की कठपुतली नहीं हैं। साथ ही जो नियम कानून के आगे किसी की नहीं चलने देते।