लखनऊ। अपनी मांगों को लेकर हंगामा काटने वाले शिक्षामित्रों ने हुंकार भर दी है। मंगलवार को यूपी की राजधानी लखनऊ के लक्ष्मण मेला मैदान में शिक्षामित्रों ने सरकार के फैसले को मानने से इंकार किया। इसके साथ ही आंदोलन और तेज करने का ऐलान किया।शिक्षामित्रों का कहना है कि बुधवार से वो आमरण अनशन के लिए सड़कों पर उतरेंगे। इस बीच मंगलवार दूसरे दिन प्रदेश के अन्य जिलों से भी तमाम शिक्षा मित्रों के आंदोलन स्थल पर पहुंचने से प्रशासन और सतर्क हो उठा है। यही वजह है कि सुरक्षा व्यवस्था के लिेए मैदान के आसपास पुलिस बल बढ़ा दिया गया है। शिक्षा मित्रों के भारी जमावड़े के कारण लक्ष्मण मेला मैदान और निशातगंज के इर्द-गिर्द जाम की स्थिति है।
आदर्श शिक्षा मित्र वेलफेयर एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष जितेंद्र शाही ने कहा कि ‘समान कार्य, समान वेतन’ से कम पर कुछ भी मंजूर नहीं। उनका कहना है कि सरकार ने उसके साथ धोखा किया है। वहीं टीईटी से छूट के लिए केंद्र सरकार से अध्यादेश लाने की मांग कर रहे हैं।
सोमवार को राज्य सरकार ने शिक्षा मित्रों के संबंध में फैसला लिया है कि 1 अगस्त से उन्हें शिक्षा मित्र मानते हुए 10 हजार रुपये मानदेय दिया जाएगा। वहीं उनके लिए शिक्षक की सेवा संबंधी नियमावली में संशोधन की कार्यवाही भी शुरू कर दी गई है। उन्हें हर साल ढाई अंक वेटेज देने का नियम बनाया है। यह वेटेज अधिकतम 25 अंकों का हो सकता है।