नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया। नए मंत्रिमंडल में चार राज्य मंत्रियों धर्मेद्र प्रधान, निर्मला सीतारमण, पीयूष गोयल और मुख्तार अब्बास नकवी को पदोन्नत कर कैबिनेट मंत्री का दर्जा दिया गया है और नौ को राज्य मंत्री बनाया गया है, जिनमें से चार पूर्व नौकरशाह हैं।
इसके साथ ही अब केंद्र सरकार की सबसे सीनियर टीम में दो पदों पर महिलाएं शामिल हो गई हैं। ये नाम हैं सुषमा स्वराज और निर्मला सीतारमण का। सुषमा पहले से ही विदेश मंत्रालय का पद संभाल रही हैं। इसके अलावा स्मृति ईरानी और उमा भारती के पास भी केंद्र सरकार के महत्वपूर्ण मंत्रालय हैं।
निर्मला सीतारमण अभी तक वाणिज्य मंत्रालय का कामकाज देख रही थीं, लेकिन अब उन्हें वहां से मुक्त करके रक्षा मंत्रालय दे दिया गया है। निर्मला सीतारमण देश की पहली महिला रक्षामंत्री हैं और इस दृष्टि से भी उनकी ताजपोशी काफी मायने रखती है। इससे पहले इंदिरा गांधी ने यह मंत्रालय भी प्रधानमंत्री रहते हुए संभाला था लेकिन पूर्णकालिक रूप से रक्षामंत्री बनने वाली वो पहली महिला हैं। निर्मला सीतारमण ने 1980 में सीतालक्ष्मी रामास्वामि कॉलेज, तिरुचिरापल्ली, तमिलनाडु से ग्रेजुएशन किया है। उसके बाद जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय से एमफ़िल किया है।
उधर, केंद्रीय वित्तमंत्री अरुण जेटली ने केंद्रीय मंत्री निर्मला सीतरमण को देश की प्रथम पूर्णकालिक रक्षा मंत्री नियुक्त किए जाने की सराहना करते हुए कहा कि इससे विश्व भर में एक सकारात्मक संदेश जाएगा। जेटली के पास वित्त मंत्रालय के साथ ही रक्षा मंत्रालय का अतिरिक्त प्रभार भी था। जेटली ने कहा, “यह केवल महिलाओं के लिए ही नहीं, बल्कि देश के लिए काफी अच्छी बात है। इससे विश्वभर में एक सकारात्मक संदेश जाएगा।” केंद्रीय मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति (सीसीएस) में अब दो महिला मंत्री -विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और सीतारमण- होंगी।
इस पर जेटली ने कहा, “सीसीएस में शामिल दोनों महिलाओं ने अपनी योग्यता साबित की है। दोनों महिलाओं को उनकी कुशलता के लिए जाना जाता है, जिन्होंने अपनी एक खास जगह बनाई है।”