अरूणाचल प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगने से सरकारों में गरमा गर्मी बढ़ती ही जा रही है। कांग्रेस और भाजपा के बीच बयानों की इस लड़ाई को मगदे नज़र रखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को इस अस्थिरता को देखते हुए ‘आपात’ सुनवाई करने का फैसला किया। दरअसल राष्ट्रपति शासन के खिलाफ कांग्रेस ने कोर्ट में याचिका फाइल करी थी। इसी याचिका पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि वह इस मामले में तुरंत सुनवाई के लिए तैयार है। और यह सुनवाई कोर्ट ने आज दोपहर दो बजे निर्धारित करी है।
राष्ट्रपति शासन लागू करने हेतू केंद्रीय कैबिनेट की सिफारिश को राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मंगलवार को मंजूरी दे दी थी, जिसके चलते राज्य में राष्ट्रपति शासन लागू हो गया। सूत्रों की माने तो राष्ट्रपति ने कैबिनेट की सिफारिश के दो दिनों बाद इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे।
हलाकि अरूणाचल के पूर्व सीएम नबाम टुकी ने कहा कि ‘प्रदेश के लोग राष्ट्रपति शासन लागू किए जाने से दुखी हैं। उनको उम्मीद है कि सुप्रीम कोर्ट न्याय करेगा।’ पूर्व सीएम ने राज्यपाल पर निशाना साधते हुए कहा कि जब से उनकी नियुक्ति हुई है तब से ही वे भाजपा के एक सक्रिय सदस्य की तरह सरकार के खिलाफ काम कर रहे हैं।