रामपुर। उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री आजम खां ने दावा किया कि सेना ने उनके निजी विश्वविद्यालय को एक लड़ाकू टैंक उपहार स्वरूप दिया है। टैंक देखकर उनके विरोधी हैरान हैं। आजम खां का कहना है कि सेना ने हमारी यूनिवर्सिटी को टैंक देकर सम्मान बढ़ाया है।
छात्रों में देशभक्ति की भावना बढ़ाने के लिए विश्वविद्यालय में सेना के टैंक रखने का सुझाव जेएयू के वाइस-चांसलर जगदीश कुमार ने दिया था लेकिन इसे अमली जामा पहनाने का श्रेय समाजवादी पार्टी के नेता आजम खां ने पाया। भारतीय सेना ने रामपुर स्थित मौलाना जौहर अली उर्दू विश्वविद्यालय को युद्ध ट्रॉफी के रूप में टैंक भेंट किया, जिसे विश्वविद्यालय में बतौर प्रदर्शनी लगाया जाएगा। भेंट किया गया यह चाबुक टैंक टी-55 बुधवार को रामपुर पहुंचा।
मोहम्मद अली जौहर विश्वविद्यालय के संस्थापक और कुलाधिपति खान ने कहा कि उन्होंने सेना से उनके विश्वविद्यालय को और आधुनिक हथियार उपलब्ध कराने के लिए अनुरोध किया है ताकि छात्र सेना द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले हथियारों के बारे जानकारी हासिल कर सकें। खान ने कहा, ‘सेना के साथ मेरे संबंध काफी सौहार्दपूर्ण हैं और उनसे और हथियार उपलब्ध कराने का आग्रह किया गया है।’
इस बीच विश्वविद्यालय में आजम खां ने टैंक देखा और मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि सुना जाता है कि हमारे और सेना के बीच कोई गलतफहमी थी, लेकिन न कोई गलतफहमी थी और न होगी। भारतीय सेना ऐसे शैक्षिक संस्थान को टैंक नहीं देती, जिसकी ख्याति ठीक न हो। हमारे लिए यह गर्व की बात है कि सेना ने हमें यह तोहफा दिया है।