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पाकिस्तान-उत्तर कोरिया के परमाणु मिसाइल संबंधों पर कार्रवाई की मांग

संयुक्त राष्ट्र, 13 अक्टूबर (आईएएनएस)| भारत ने पाकिस्तान और उत्तर कोरिया के बीच परमाणु मिसाइल गठजोड़ पर गौर करने की मांग की है और कहा है कि अंतराष्ट्रीय समुदाय को उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए, जो इस प्रकार के सौदों में शामिल हैं।

भारत के निरस्त्रीकरण मामलों के प्रमुख राजनयिक अमनदीप सिंह गिल ने निरस्त्रीकरण पर महासभा की समिति में गुरुवार को कहा, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को उन लोगों के खिलाफ मिलकर खड़े होना चाहिए, जो गुप्त रूप से (परमाणु) इसके प्रसार में शामिल हैं या लाभ लेते हैं।

उन्होंने उत्तर कोरिया की परमाणु गतिविधियों पर चिंता जताते हुए कहा, भारत परमाणु और मिसाइल प्रौद्योगिकी के बारे में चिंतित है, जिसने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।

हालांकि उन्होंने पाकिस्तान का नाम नहीं लिया, लेकिन यह टिप्पणी स्पष्ट तौर पर उत्तर कोरिया के परमाणु परीक्षण के संदर्भ में थे।

दोनों देशों (पाकिस्तान-उत्तर कोरिया) के बीच परमाणु मिसाइल प्रौद्योगिकी का व्यापार हुआ है, जिसमें परमाणु वैज्ञानिक अब्दुल कादिर खान ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

इससे पहले विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पिछले महीने अमेरिकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन और जापानी विदेश मंत्री तारो कोनो के साथ हुई त्रिपक्षीय बैठक के दौरान पाकिस्तान का नाम लिए बगैर कहा था कि उत्तर कोरिया के परमाणु प्रसार के संबंधों का पता लगाया जाना चाहिए, जो उसकी मदद कर रहे हैं, इसमें शामिल हैं, उन्हें जवाबदेह होना चाहिए।

निरस्त्रीकरण सम्मलेन में शामिल हुए भारत के स्थायी प्रतिनिधि अमनदीप सिंह गिल ने कहा कि यह चिंता का विषय है कि उत्तर कोरिया ने अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं का उल्लंघन किया है।

गिल ने मेक्सिको और पांच अन्य देशों के उस प्रयास की निंदा की है, जिसमें उन्होंने भारत से अपने परमाणु हथियारों का त्याग करने और अप्रसार संधि (एनपीटी) पर हस्ताक्षर करने की मांग करते हुए इसे ‘नया एजेंडा गठबंधन’ नाम दिया है।

गिल ने कहा, भारत को एनपीटी में गैर-परमाणु हथियार वाले देशों के रूप में शामिल करने का सवाल ही नहीं पैदा होता, साथ ही हम वैश्विक अप्रसार (परमाणु) के उद्देश्यों को कायम रखने और मजबूती से इसका समर्थन करने पर जोर देते हैं।

समूह की ओर से बोलते हुए मेक्सिको के वैकिल्पक स्थायी प्रतिनिधि जुआन सैंडोवल मेनडिओलिया ने बुधवार को कहा कि उनका प्रस्ताव भारत, इजरायल और पाकिस्तान से बिना शर्त परमाणु अप्रसार संधि में शामिल होने का आग्रह करेगा।

इस समूह में ब्राजील, मिस्र, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका और मेक्सिको शामिल हैं, और इसने परमाणु संपन्न अन्य देशों ब्रिटेन, चीन, फ्रांस, रूस और अमेरिका से, यहां तक कि उत्तर कोरिया से भी ऐसी मांग नहीं की।

गिल ने कहा, हमने अपने एजेंडे का नवीनीकरण किया है और हम उम्मीद करते हैं कि हमारे दोस्त भी अपेन एंजेंडे का नवीनीकरण करेंगे और वास्तव में परमाणु अप्रसार और निरस्त्रीकरण से होने वाली हानि पर ध्यान देंगे।

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