वाशिंगटन। अमेरिका के वरिष्ठ स्वास्थ्य अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि देश के शोधकर्ता जीका वायरस के दो संभावित टीकों पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि टीका तैयार होने और इसका इस्तेमाल करने में कई साल लग सकते हैं। अमेरिका के एलर्जी एवं संक्रामक रोगों के राष्ट्रीय संस्थान के निदेशक एंथनी फौसी ने संवाददाता सम्मेलन में बताया कि ये दोनों ही टीके वेस्ट नाइल और डेंगू संक्रमणों से संबंधित हैं।
उन्होंने बताया, “यह समझना बहुत जरूरी है कि हमें इस साल जीका वायरस का सुरक्षित और प्रभावी टीका नहीं मिलेगा और संभावना है कि अगले कुछ साल में भी यह उपलब्ध नहीं हो सकेगा।”
जीका वायरस मुख्य रूप से एडीज मच्छर के काटने से फैलता है। इससे बच्चों में माइक्रोसिफेली जैसी बीमारी होती है, जिसमें मां के गर्भ में पल रहे शिशु का सिर सामान्य से छोटा होता है। मौजूदा समय में इस बीमारी के निदान के लिए कोई टीका या दवा उपलब्ध नहीं है। तेज बुखार, जोड़ों में दर्द, गुलाबी आंखें और शरीर पर लाल चकते पड़ना इसके मुख्य लक्षण हैं।