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केदारनाथ पुनर्निर्माण प्रस्ताव को नकारने के लिए मोदी का कांग्रेस पर हमला

केदारनाथ, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)| प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2013 में भयंकर बाढ़ के कारण बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हुए प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर के पुनर्निर्माण के प्रस्ताव को तात्कालिक कांग्रेस सरकार द्वारा ‘नकारे जाने’ पर शुक्रवार को यहां कांग्रेस पर हमला बोला। मोदी उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री थे। मोदी ने शुक्रवार को केदारनाथ के कपाट अगले छह माह तक बंद होने से पहले मंदिर में पूजा की और उसके बाद सभा को संबोधित करते हुए कहा, 2013 की बाढ़ ने हम सभी को अत्यंत दुखी किया था। उस वक्त मैं प्रधानमंत्री नहीं था, मैं गुजरात का मुख्यमंत्री था। मैं पीड़ितों के लिए जो कुछ भी कर सकता हूं, वह करने के लिए यहां आया था।

मोदी ने कहा, मैंने उस वक्त के मुख्यमंत्री (विजय बहुगुणा) और राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ मुलाकात की थी और उन्हें गुजरात द्वारा केदारनाथ को दोबारा से संवारने की पेशकशी की थी। मुलाकात के दौरान वे सहमत हो गए थे और मैंने बाहर आकर मीडिया में यह घोषणा कर दी।

मोदी ने आरोप लगाया, लेकिन, जैसे ही यब खबर टीवी पर दिखाई जाने लगी और दिल्ली पहुंची, तो वहां के लोग (यूपीए सरकार) घबरा गए और चंद ही घंटों बाद राज्य सरकार पर दबाव डालकर यह घोषणा कराई गई कि केदारनाथ का पुनर्विकास वहां की सरकार खुद करेगी।

मोदी ने कहा, जब इस साल उत्तराखंड में भाजपा की सरकार सत्ता में आई तो मैंने समझ लिया कि केदारनाथ के पुनर्विकास का काम हमारे द्वारा ही किया जाएगा।

उत्तराखंड के तत्कालीन मुख्यमंत्री बहुगुणा और कांग्रेस पार्टी ने जून 2013 में केदारनाथ के पुनर्विकास के मोदी के प्रस्ताव को खारिज कर दिया था और उनका 3 करोड़ रुपये का चेक भी वापस कर दिया था जो उन 2 करोड़ रुपये के अतिरिक्त था जो गुजरात ने राज्य में बारिश की आपदा से निपटने के लिए दान दिया था।

कांग्रेस और अन्य दलों ने मोदी पर बचाव का ‘रैम्बो’ बनने की कोशिश करने का आरोप लगाते हुए उनकी आलोचना की थी। कांग्रेस ने आरोप लगाया था कि वह एक प्राकृतिक आपदा को सांप्रदायिक रूप देने की कोशिश कर रहे हैं।

मोदी ने शुक्रवार को केदारनाथ में सभा को संबोधित करते हुए, केदारनाथ में हम जो काम कर रहे हैं, उससे हम यह दिखाना चाहते हैं कि आदर्श ‘तीर्थ क्षेत्र’ कैसा दिखना चाहिए, यह कैसे तीर्थ यात्रियों के मित्रवत होना चाहिए और पुजारियों के कल्याण को महत्व दिया जाना चाहिए।

मोदी ने कहा, हम केदारनाथ में गुणवत्ता के बुनियादी ढांचे का निर्माण कर रहे हैं जो आधुनिक होने के साथ-साथ पारंपरिक मूल्यों को भी सहेज कर रखेगा। हम यह सुनिश्चित करेंगे की पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे।

मोदी केदारपुरी में कई पुनर्निर्माण परियोजनाओं और आदि गुरु शंकराचार्य की समाधि की मरम्मत कार्य की आधारशिला रखने के दौरान बोल रहे थे, जिसे भयंकर बाढ़ में भारी क्षति पहुंची थी।

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