मुंबई | प्रख्यात अभिनेत्री और राजनीतिज्ञ हेमा मालिनी को मुंबई के अंधेरी इलाके में करोड़ों रुपये कीमत का भूखंड कौड़ियों के मोल देकर महाराष्ट्र सरकार विपक्ष के निशाने पर आ गई है। शुक्रवार को कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने सत्ताधारी भाजपा-शिवसेना गठबंधन पर हेमा मालिनी पर मेहरबानी कर ‘दोहरा मापदंड’ अपनाने का आरोप लगाया।
सांसद व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक चव्हाण ने कहा, “भाजपा कहती कुछ और करती कुछ और है। उसका दोहरा मापदंड है।” उन्होंने उत्तर प्रदेश के मथुरा से सांसद ‘स्वप्न सुंदरी’ को सस्ते में जमीन दिए जाने की आलोचना की। वहीं राकांपा के राज्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने भी अंधेरी इलाके की बेशकीमती जमीन हेमा को कौड़ियों के मोल देने के सरकार के फैसले को अनुचित ठहराया।उन्होंने सवाल उठाया कि जो जमीन उद्यान या खेल मैदान बनाने के लिए आरक्षित है, उसे दोबारा किसी को कैसे आवंटित किया जा सकता है।
अशोक चव्हाण ने एक तरफ तो सरकार ने सरकारी जमीन आवंटन के लिए नई नीति लाने का वादा किया है ओर दूसरी ओर नियम को ताक पर रख मथुरा की सांसद के लिए यहां जमीन आवंटित कर रही है। हेमा मालिनी आंवटित भूमि पर एक नृत्य स्कूल खोलने वाली हैं। एक आरटीआई कार्यकर्ता ने गुरुवार को हेमा मालिनी पर नृत्य स्कूल के लिए भूमि कब्जाने का आरोप लगाया था।
एक महीने पहले महाराष्ट्र सरकार ने भाजपा की सांसद हेमा मालिनी को नृत्य स्कूल खोलने के लिए पॉश उपनगरीय इलाके ओशिवारा में 2000 वर्ग मीटर की भूमि आवंटित की थी। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल गलगली को सूचना के अधिकार के तहत मिली जानकारी के अनुसार, हेमा मालिनी को करोड़ों की कीमत वाली यह भूमि मात्र 70,000 रुपये में आवंटित कर दी गई।
गलगली ने आईएएनएस को बताया, “इतना ही नहीं, हेमा मालिनी को मुंबई के पॉश इलाके में भूमि आवंटित करने का यह दूसरा वाकया है। इससे पहले 1997 में शिवसेना-भाजपा की गठबंधन सरकार के दौरान भी उन्हें एक भूमि आवंटित की गई थी, लेकिन वह भूमि चूंकि तटवर्ती नियमन क्षेत्र (सीआरजेड) में आता था इसलिए वह उस पर निर्माण नहीं करा सकीं।”
गलगली ने दावा किया कि हेमा मालिनी ने पहले आवंटित हुई भूमि अब तक नहीं लौटाई है और मौजूदा राज्य सरकार ने उन्हें दूसरी भूमि भी आवंटित कर दी।गौरतलब है कि कांग्रेस के राज्यसभा सांसद राजीव शुक्ला को पश्चिम अंधेरी में एक भूमि आवंटित की गई थी, जिसे तत्कालीन विपक्ष शिव सेना और भाजपा के विरोध के बाद उन्हें फरवरी, 2014 में लौटाना पड़ा था। मुंबई उपनगर जिला कलेक्टर के यहां दर्ज विवरण के अनुसार हेमा मालिनी को यह भूमि मात्र 35 रुपये प्रति वर्ग मीटर की दर से आवंटित की गई है।