नई दिल्ली, 21 अक्टूबर (आईएएनएस)| जनता दल (युनाइटेड) से निलंबित नेता शरद यादव ने शनिवार को उच्च सदन की सदस्यता खत्म किए जाने संबंधी राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू के भेजे नोटिस को हल्के में लेते हुए कहा कि इसको उनके वकील देख रहे हैं।
राज्यसभा से पत्र मिलने की पुष्टि करते हुए यादव ने कहा कि उन्होंने 15 बार चुनाव लड़ा है और 11 बार जीता है।
उन्होंने कहा, मुझे पत्र मिला, मेरे वकील इसे देख रहे हैं। मैंने 15 बार चुनाव लड़ा है और 11 बार जीता है। मैंने तीन बार इस्तीफा भी दिया है।
जद (यू) से निलंबित नेता शरद यादव और अली अनवर अंसारी को राज्यसभा सचिवालय से कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।
यह नोटिस ऊपरी सदन में यादव को हटाकर पार्टी नेता बने आरसीपी सिंह की याचिका पर सुनवाई के बाद भेजा गया है। उन्होंने राज्यसभा के सभापति से अनुरोध किया है कि वे दोनों नेताओं को अयोग्य घोषित करें, क्योंकि वे कथित रूप से ‘पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त रहे हैं और स्वेच्छा से पार्टी छोड़ दी है।’
पार्टी के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव बिहार में महागठबंधन को मिले जनादेश का अपमान कर अचानक भाजपा के साथ मिलकर दूसरी सरकार बना लेने के कारण पार्टी अध्यक्ष नीतीश कुमार से नाराज शरद अपने गुट को असली जद (यू) बता रहे हैं, नीतीश का दावा है कि उनका गुट असली जद (यू) है।