लखनऊ। उत्तर प्रदेश में रायबरेली के ऊंचाहार स्थित नेशनल थर्मल पॉवर कॉरपोरेशन (एनटीपीसी) के संयंत्र में बॉयलर फटने से अब तक 43 लोगों की मौत हो गई है। एक नवम्बर को हुए हादसे के बाद यहां पर कार्यकरत श्रमिकों के साथ तीन अतिरिक्त महाप्रंबधक भी घायल हो गए थे।
तीसरे अतिरिक्त महाप्रबंधक ने शुक्रवार को अपनी अंतिम सांसे ली और उनकी मौत हो गई है। इसके साथ इस हादसे में मरने वालों की सख्या अब 43 पहुंच गई। वहीं सूबे की राजधानी लखनऊ में 17 घायलों का इलाज चल रहा है। अतिरिक्त महाप्रबंधक मुखर्जी राम ने शुक्रवार को दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में दम तोड़ दिया।
अधिकारियों के मुताबिक, घायलों को जिला अस्पताल के साथ साथ इलाहाबाद के अस्पताल और लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया है। इनमें से कई की हालत नाजुक है। बताया जा रहा है कि जिस वक्त यह हादसा हुआ, उस वक्त संयंत्र में लगभग 150 मजदूर काम कर रहे थे।
जहां यह हादसा हुआ, वहां 500 मेगावाट बिजली का उत्पादन होता है। हलांकि इस पूरे मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ऊंचाहार दुर्घटना का संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव (गृह) को बचाव और राहत कार्य के लिए हर संभव मदद के निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही जिलाधिकारी समेत अन्य वरिष्ठ अधिकारियों को घायलों के समुचित इलाज के निर्देश दिए हैं। मृतकों के परिजनों को राज्य सरकार की तरफ से दो लाख रुपये, गम्भीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपये और मामूली रूप से घायलों को 25 हजार रुपये मुआवजा दिया जाएगा। इधर, एनटीपीसी हादसा के बाद केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्घार्थनाथ सिंह ने पूरे मामले से जानकारी ली थी। दुर्घटना को लेकर उन्होंने ट्वीट किया है कि एनटीपीसी हादसा दुखद बताया था। मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव लगातार उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य अधिकारियों से संपर्क में हैं।