नई दिल्ली। AMU के एक प्रोफेसर पर अपनी पत्नी को व्हाट्सएप्प के जरिए तलाक दे दिया, जिससे आहत होकर महिला ने आत्महत्या की धमकी दी है। महिला ने कहा क़ि व्हाट्सएप्प के जरिये तलाक देना गैरकानूनी है। अगर मुझे न्याय नहीं मिला तो मैं आत्महत्या कर लूंगी।
एएमयू में संस्कृत विभाग में तैनात यूसुफ एएमयू में संस्कृत विभाग के चेयरमैन है और बीते 27 सालों से वहां पर कार्यरत हैं। उनकी पत्नी यासमीन ने बताया की उनके पति ने उन्हें व्हाट्सएप्प पर तलाक दिया और घर से निकाल दिया गया।
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यासमीन से कहा कि अगर 11 दिसंबर तक मुझे न्याय नहीं मिला तो वह अपने तीन बच्चों के साथ मिलकर वीसी के घर के सामने आत्मदाह कर लूंगी। यासमीन ने बताया कि मैं इंसाफ के लिए यहां-वहां भटकती रही। लेकिन किसी ने मेरी मदद नहीं की। इसके बाद शुक्रवार को मैं पुलिस की सहायता से अपने घर में वापस जा सकी।
दूसरी और प्रोफेसर खालिद ने अपनी पत्नी के जरिये लगाए गए सभी आरोपों को गलत बताया है। उन्होंने कहा क़ि हां मैंने अपनी पत्नी को तलाक दिया है लेकिन दो लोगों की मौजूदगी में। उन्होंने कहा क़ि लोगों के सामने तलाक देने के बाद ही उन्होंने व्हाट्सएप्प और एसएमएस करके ही अपनी पत्नी को तलाक दिया है।
उन्होंने अपनी पत्नी पर आरोप लगाते हुए कहा कि इस मामले में मैं ही पीड़ित हूं। खालिद ने कहा कि मेरी पत्नी ने मुझसे कई चीजें छुपाई हैं, जिसका मुझे शादी के बाद पता चला।