बेंगलुरू | तंजानिया की एक महिला के साथ कथित तौर पर मारपीट करने के आरोप में पांच लोगों को गुरुवार सुबह गिरफ्तार किया गया। पुलिस आयुक्त एन. एस. मेघारिक ने यह जानकारी दी। मेघारिक ने मीडिया को बताया, “हमने रोड रेज की एक घटना में पीड़िता द्वारा दिए गए बयान के आधार पर हिरासत में लिए गए पांच संदिग्धों से बुधवार को पूछताछ की और गुरुवार को उन्हें गिरफ्तार किया।”
गिरफ्तार आरोपियों की लोकेश, बानागिरी, रामैया, बानू प्रकाश और रहमतुल्ला के रूप में पहचान की गई है। रविवार रात शराब के नशे में सुडानी छात्र मोहम्मद अहाद की गाड़ी एक महिला पदयात्री (शबाना ताज) के ऊपर चढ़ गई, जिससे महिला की मौत हो गई। दुर्घटना में महिला के पति के. सनाउल्लाह को भी चोटें आईं। घटना के बाद जमा हुई भीड़ ने अहाद की मित्र समझकर पीड़िता लीना मार्टिन (21) के साथ मारपीट की।
मेघारिक ने कहा, “आरोपियों को घटना के चश्मदीदों और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी में कैद वीडियो फुटेज के आधार पर गिरफ्तार किया गया।” कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वरा ने पत्रकारों को बताया कि चूंकि पीड़िता पर यौन हमले का मामला भी दर्ज हुआ है, इसलिए प्रकरण में और गिरफ्तारियां की जा सकती हैं। अतिरिक्त पुलिस आयुक्त चरण रेड्डी ने मामले की जांच पुलिस की अपराध शाखा को सौंप दिया है। परमेश्वरा ने कहा, “यह नस्लीय हिंसा का मामला नहीं है बल्कि हेसारघट्टा मार्ग पर सड़क पार करते समय कार की चपेट में आने से एक महिला की मौत के बाद गुस्साई भीड़ द्वारा किए गए हमले का मामला है।”
मंत्री ने जोर देकर कहा, “बेंगलुरू वासियों की विचारधारा इस तरह की नहीं है कि किसी पर नस्लीय भेदभाव के चलते हमला कर दें।” एमबीए के छात्र मोहम्मद को नशे में गाड़ी चलाने और महिला को टक्कर मारने के मामले में रविवार की रात गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस के घटनास्थल पर पहुंचने से पहले भीड़ ने अहाद के साथ मारपीट शुरू कर दी थी और पुलिस ने उसे भीड़ से बचाया। परमेश्वरा ने कहा, “इस्माईल पर हुआ हमला और लीना के साथ हुई मारपीट का मामला एकदूसरे से संबद्ध नहीं है, क्योंकि दोनों घटनाओं के बीच 30 मिनट का अंतराल था।”
पीड़िता लीना ने हालांकि अपने बयान में निर्वस्त्र करने या नग्नावस्था में घुमाने की घटना से इनकार किया है। लीना ने कहा है कि उनके साथ मारपीट और छेड़छाड़ की गई और इस दौरान उनकी टी शर्ट फट गई। लीना के मित्र जुनैल इब्राहिम ने जब भीड़ को रोकने की कोशिश तो उनके साथ भी मारपीट की गई। दोनों ही एक निजी विद्यालय में स्नातक के विद्यार्थी हैं।घटनास्थल पर मौजूद एक ईरानी विद्यार्थी ने उन्हें बचाया और नजदीकी अस्पताल तक पहुंचाया। उल्लेखनीय है कि बेंगलुरू के विभिन्न विद्यालयों में 12,000 के करीब विदेशी छात्र-छात्राएं अध्ययन कर रहे हैं।