नई दिल्ली। आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद भारत में आतंक फैलाने की फिराक में है। उसके निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी सहित बीजेपी के कई बड़े नेता हैं। इनमें यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी शामिल हैं। बता दें कि 25 नवंबर को योगी की बरेली में एक जनसभा है। उनकी इस जनसभा पर आतंकी ख़तरा मंडरा रहा है।
एडीजी सुरक्षा विभाग विजय कुमार की ओर से बरेली के प्रशासन को भेजे गए पत्र में स्पष्ट किया गया है कि आतंकी योगी की जनसभा को निशाना बनाने का प्लान बना रहे हैं। पत्र में कहा गया है कि पाकिस्तान के आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के चीफ मसूद अजहर के भतीजे खालिद अजहर की अगुवाई में 11 सदस्यीय आत्मघाती दस्ता करांची से बांग्लादेश के महेश खाली कोट चिटगांव बंदरगाह पहुंचा है और उसने फिलहाल चिटगांव के एक मदरसे में कैंप किया हुआ है।
आत्मघाती दस्ते के सदस्यों पर उनके आतंकी आकाओं की ओर से लगातार दबाव डाला जा रहा है कि वे किसी तरह भारत में घुसपैठ करके भाजपा नेताओं को निशाना बनाएं। एडीजी सुरक्षा ने यह भी स्पष्ट किया है कि उन्हें भाजपा नेताओं को निशाना बनाए जाने का इनपुट एक ऐसे सूत्र से मिला है, जो इससे पहले भी कई महत्वपूर्ण सूचनाएं दे चुका है।
बरेली के आला अफसरों ने सुरक्षा विभाग का अलर्ट आते ही सतर्कता बरतनी शुरू कर दी है। होटलों और धर्मशालाओं जैसे स्थानों पर निगरानी कड़ी कर दी गई है। पीएम नरेंद्र मोदी, सीएम योगी आदित्यनाथ, उप राष्ट्रपति वेंकैया नायडू, बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह, गृह मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री अरुण जेटली, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर आतंकियों के निशाने पर हैं।