बागपत। उत्तर प्रदेश में निकाय चुनाव चल रहे हैं। पहले चरण के बाद दूसरे चरण के लिए वोट रविवार को डाले जा रहे हैं। दूसरी ओर अन्य जिलों में मतदान को लेकर तैयारी जोरों पर चल रही है। भाजपा, कांग्रेस, सपा और बसपा जैसी पार्टी निकाय चुनाव जीतने का दावा कर रही है लेकिन कुछ नेता लगातार चुनाव आयोग को खुलेआम चुनौती देते दिख रहे हैं।
दरअसल आचार संहिता के उल्लंघन करने में कई प्रत्याशियों को देखा जा रहा है। आलम तो यह है कि इन प्रत्याशियों के खिलाफ एक्शन लेने के बजाये जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई करने के लिए आगे तक नहीं आते हैं। कुछ इसी तरह का मामला खेकड़ा के रामपुर मोहल्ले में शनिवार को देखने को मिला जब पालिका अध्यक्ष पद की निर्दलीय उम्मीदवार नीलम धामा को जनसभा के दौरान ही समर्थकों ने नोटों से तौला।
इतना ही नहीं शाम को कुछ समर्थकों ने यह फोटो अपने फेसबुक पर भी डाल दी। बागपत जिले में मतदान अंतिम चरण में 29 नवंबर को हैं। इस पूरे विवाद के बाद हंगामा देखने को मिला है। बागपत से मिली जानकारी के अनुसार उसमें यह रकम नीलम के वजन के हिसाब से 8,25000 रुपये बताई जा रही है।
उधर इस पूरे मामले में सपा ने मोर्चा खोल दिया है। अखिलेश यादव ने भी भाजपा नेतृत्व पर चुनाव आचार संहिता उल्लंघन का आरोप लगाया। इससे स्वतंत्र व निष्पक्ष चुनाव की आशाएं धूमिल हो रही हैं। हंगामा देखकर एसडीएम आशीष कुमार ने जांच की बात की है और सही पाने पर कार्रवाई की बात कही है। वहीं एसओ शिवप्रकाश ने भी इस मामले की गम्भीरता से लेते हुए कहा कि आचार संहिता के उल्लंघन का केस दर्ज कर लिया गया है लेकिन इसमें नोटों से तौलने का कोई जिक्र नहीं है।