नई दिल्ली। तकनीक इंसान के लिए बहुत उपयोगी है। हर इंसान चाहता है उसका काम तकनीक के जरिए आसानी से हो जाए लेकिन यही तकनीक साल 2030 तक 80 करोड़ लोगों की नौकरियां खा जाएगी। अकेले भारत में ही 2022 तक सात लाख लोगों की नौकरियां चली जाएंगी।
एक नए रिसर्च की माने तो साल 2030 तक ऑटोमेशन से दुनियाभर में लगभग 80 करोड़ लोगों का रोजगार रोबोट के कारण ख़त्म हो सकता है। यह संख्या आज के श्रमिकों की संख्याबल का पांच गुना है।
बहुत से ऐसे काम हैं जिसे रोबोट, इंसान से बेहतर करेगा। हालांकि बहुत से काम ऐसे भी होंगे जो रोबोट नहीं कर पाएंगे। इसलिए आप देख लीजिए कि कहीं आप भी डेंजर जोन में तो नहीं हैं।
ऑटोमेशन कंपनियों की क्षमता बढ़ा रहा है, इससे काम करना तो आसान हुआ है। लेकिन सबसे बड़ा साइड इफेक्ट है कि एक रोबोट कई लोगों के हिस्से का काम कर रहा है, मतलब लोगों की नौकरियां जाना तय है।
मैकेंजी ग्लोबल इंस्टीट्यूट के मुताबिक, 40 करोड़ कर्मचारियों की नौकरियों पर तो खतरा बहुत ही करीब है। इसलिए रिपोर्ट में सलाह दी गई है कि इन लोगों को नया स्किल सीखने और नया काम ढूंढने पर अभी से ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए।
जानकारों के मुताबिक जिन इंडस्ट्री पर खतरा ज्यादा है, उसमें काम करने वाले लोगों को तो नई इंडस्ट्री के बारे में भी ध्यान देना शुरू कर देना चाहिए।