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पूर्वोत्तर भाजपा के लिए संभावनाओं का स्रोत : राम माधव

नई दिल्ली, 30 नवंबर (आईएएनएस)| देश के पूर्वोत्तर इलाके में भारतीय जनता पार्टी के उदय का विवरण पेश करते हुए पार्टी के महासचिव राम माधव ने कहा कि भाजपा का मकसद संपूर्ण क्षेत्र में अपने प्रभाव का विस्तार करना है।

राम माधव ने इस बात का जिक्र एक किताब की भूमिका में किया है। पूर्वोत्तर में भाजपा के विस्तार अभियान से जुड़े रजत सेठी और शुभ्रास्था के सहलेखन में लिखी गई किताब ‘द लास्ट बैट्ल ऑफ सरायघाट’ की भूमिका राम माधव ने पांच पृष्ठों में लिखी है। इसमें उन्होंने इस क्षेत्र की ‘विशिष्टता’ और ‘विविधिता’ की चर्चा की है।

माधव ने लिखा है, लोगों पर प्रभाव बनाने में कामयाब होने के लिए हर किसी को इस विविधता को स्वीकार करते हुए उसका सम्मान करना चाहिए। मेरा मानना है कि किसी राजनीतिक दल की सफलता के लिए स्थानीय नेतृत्व को तैयार करना महत्वपूर्ण है।

आरएसएस प्रचारक से भाजपा नेता बने 53 वर्षीय राम माधव ने लिखा है कि इस बात का फायदा उन्हें पहली बार 2016 की शुरुआत में असम के चुनाव में मिला। उनका कहना है कि निस्संदेह मोदी की लोकप्रियता चुनावों सबसे बड़ा हथियार थी मगर उस समय देश की राजनीतिक व आर्थिक दशाएं भाजपा के लिए बहुत उत्साहवर्धक नहीं थीं।

उन्होंने लिखा है कि उस क्षेत्र की विशिष्टता व विविधता का सम्मान करना कामयाब रहा और भाजपा को असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में 60 सीटें मिलीं। घटकों को मिलाकर 87 सीटें हो गईं जोकि दो तिहाई बहुमत से ज्यादा थीं।

माधव का कहना है कि हाल तक जिस क्षेत्र में भाजपा की जीत दुर्लभ लग रही थी, आज वही भाजपा के लिए संभावनाओं का स्रोत बन गया है।

पूर्वोत्तर में असम के अलावा मणिपुर में भी भाजपा की सरकार है।

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