Top Newsमुख्य समाचार

सावधान! पूर्ण चन्द्रमा के दिन घर से न निकालें BIKE, भुगतना पड़ेगा ये खामियाजा

अगर आपके पास भी बाइक हैं और आप उसे रोजाना चलाते है तो आज हम आपको सावधान करने के लिए सभी बाइकर्स के लिए एक जरुरी खबर लाये है

दरअसल, एक नई स्टडी में यह बात सामने आई है कि, जिस रात में चांद पूरा होता है उससे एक रात पहले बाइक के हादसे का शिकार होने की आशंका ज्यादा होती है। शोधकर्ताओं का मानना है कि पूर्ण चांद की रात में बाइक सवार का ध्यान भटक जाता है, जो हादसे को दावत देता है।

शोधकर्ताओं ने पूरे चांद वाली रात में होने वाले सड़क हादसों की गिनती की और इसकी तुलना पूर्ण चंद्र से एक हफ्ते पहले और एक हफ्ते बाद वाली रातों में होने वाले सड़क हादसों से की. यह विशुद्ध आंकड़ों की बात थी और आंकड़े चौंकाने वाले थे.

कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ टॉरंटो और अमेरिका की प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने पूर्ण चंद्र वाली रात में होने वाले सड़क हादसों की गिनती की है और इसकी तुलना पूर्ण चंद्र से ठीक एक हफ्ते पहले और बाद वाले हफ्ते में होने वाले सड़क हादसों से की है।

स्टडी में पता चला कि 1 हजार 482 रातों में 13 हजार 29 लोग घातक बाइक हादसों का शिकार हुए। इनमें 494 रातें पूर्ण चंद्र वाली थीं, जबकि 988 रातें सामान्य थीं। आमतौर पर बाइक चलाने वाला मध्यम उम्र का पुरुष (औसत उम्र 32 साल) होता है जो हेलमेट नहीं पहनता। कुल मिलाकर साल 1975 से 2014 के बीच पूरे चांद की 494 रातों में 4 हजार 494 घातक दुर्घटनाएं हुईं।

ये आंकड़े यह बता रहे थे कि पूरे चांद वाली रात में ज्‍यादा बाइकर्स दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं. पूरी दुनिया में सड़क हादसों से जुड़ा डेटा यह बताता है कि बाइकर्स सबसे ज्‍यादा सड़क दुर्घटनाओं के शिकार होते हैं और उसमें भी यह दुर्घटनाएं अधिकांश मामलों में बाइक चलाते वक्‍त ध्‍यान भटकने के कारण होती हैं.

शोधकर्ताओं का कहना था कि पूरे चांद वाली रात में रौशनी ज्‍यादा होती है, जिससे बाइक चलाते हुए ध्‍यान भटकने की संभावना भी बढ़ जाती है. चांद रात की रौशनी और उसकी चमक दिन के उजाले से अलग होती है. इसकी तुलना सूरज की रौशनी से नहीं की जा सकती.

 

=>
=>
loading...